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गांव ख्वासपुर को कहते हैं 'फौजियां दा पिंड'

विधानसभा हलका खडूर साहिब के गांव ख्वासपुर की आबादी 11 हजार 618 है। इस गांव को अगर सैनिकों का गांव कहा जाए तो उसमें दो राय नहीं होगी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 11:27 PM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 11:27 PM (IST)
गांव ख्वासपुर को कहते हैं 'फौजियां दा पिंड'
गांव ख्वासपुर को कहते हैं 'फौजियां दा पिंड'

तरनतारन: विधानसभा हलका खडूर साहिब के गांव ख्वासपुर की आबादी 11 हजार, 618 है। इस गांव को अगर सैनिकों का गांव कहा जाए तो उसमें दो राय नहीं होगी। सिपाही से लेकर मेजर जनरल के पद पर पहुंचकर फौज में सेवाएं देने वालों की संख्या 200 से अधिक है। हालांकि इस गांव में 67 के करीब पूर्व सैनिक भी हैं। एचके भारद्वाज मेजर जनरल व पीसी भारद्वाज चीफ उप आर्मी स्टाफ (दोनों बाप-बेटे) इसी गांव से संबंधित हैं, जो अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं। ब्रिगेडियर कुलवंत सिंह ढिल्लों, लेफ्टिनेट बलबीर सिंह संधू के अलावा 11 कैप्टन व 32 सूबेदार इसी गांव से संबंधित हैं, जिसके चलते इस गांव को फौजियां दा पिंड भी कहा जाता है।

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पंजाब कांग्रेस के सचिव भूपिंदर सिंह ख्वासपुर, सरपंच जगरूप सिंह, ग्रामीण सरवन सिंह, दिलबाग सिंह, मंगल सिंह, कंवलजीत सिंह कंवल ने बताया कि सुखबीर सिंह को बचपन में ही फौजी बनने का शौंक था। स्कूल में जब पढ़ाई शुरू की तो बाल अवस्था में स्टेज प्रोग्राम मौके उसे सैनिक की वर्दी पहनाई गई, जिसके बाद सुखबीर सिंह ने फौजी बनने की जिद की। पिता कुलवंत सिंह ने बताया कि सुखबीर सिंह ने फौजी बनने के लिए 12वीं की पढ़ाई के बाद खूब मेहनत की। एक तरफ किसान व दूसरी तरफ जवान

ग्रामीण बलबीर सिंह, अमर सिंह, कुलवंत सिंह, जसबीर सिंह, बलविंदर सिंह, सेवा सिंह, हरजोत सिंह, कश्मीर कौर, अमरजीत कौर, बलजिंदर कौर, राजविंदर कौर का कहना है कि पाकिस्तान द्वारा आए दिन भारतीय जवानों को शहीद किया जा रहा है। एक तरफ देश का किसान अपने हक लिए केंद्र से लड़ाई लड़ रहा है। दूसरी तरफ देश की सीमाओं पर पंजाब के जवानों की शहादत हो रही है। फौज को चाहिए कि पाक द्वारा शहीद किए गए एक-एक जवान का बदला लिया जाए। डिंपा, ब्रह्मपुरा व अग्निहोत्री ने जताया दुख

खडूर साहिब के सांसद जसबीर सिंह डिंपा, पूर्व सांसद रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा, विधायक धर्मबीर अग्निहोत्री, रमनजीत सिंह सिक्की, जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष मंजीत सिंह घसीटपुरा, पूर्व विधायक रविंदर सिंह ब्रह्मपुरा, मंजीत सिंह मीयांविंड, आम आदमी पार्टी नेता मनजिंदर सिंह सिद्धू, कांग्रेस नेता जसकीरत सिंह लालपुरा, शिअद नेता रमनजीत सिंह भरोवाल, दलबीर सिंह जहांगीर, कुलदीप सिंह औलख ने शहीद के परिवार से दुख का प्रगटावा किया है। सैनिक सम्मान से होगा शहीद का अंतिम संस्कार

डिप्टी कमिश्नर कुलवंत सिंह धूरी ने बताया कि शहीद सुखबीर सिंह का पार्थिव शरीर लेकर फौज की टुकड़ी शुक्रवार को सुबह गांव ख्वासपुर पहुंचेगी। सबसे पहले परिवार द्वारा शहीद के अंतिम दर्शन किए जाएंगे। इसके बाद फौज की टुकड़ी द्वारा सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। एसडीएम रोहित गुप्ता ने परिवार से मिलकर बकायदा अंतिम संस्कार की तैयारी बाबत जायजा लिया।


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