मजीठिया की अगुआई में शिअद में जाने का बलविंदर वेईपूई को मिला इनाम
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष वरिष्ठ उपाध्यक्ष जूनियर उपाध्यक्ष महासचिव के अलावा दस सदस्यीय कार्यकारिणी कमेटी सोमवार को चुन ली गई।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, जूनियर उपाध्यक्ष, महासचिव के अलावा दस सदस्यीय कार्यकारिणी कमेटी सोमवार को चुन ली गई। इस कार्यकारिणी में तरनतारन जिले के केवल एक सदस्य बलविदर सिंह वेईपूई को ही स्थान मिल पाया। वह अंतरिग मेंबर बने हैं। पूर्व सांसद रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा का लंबे समय तक साथ देने वाले बलविदर सिंह वेईपूई ने हाल ही में पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया की अगुआई में शिरोमणि अकाली दल में शामिल होने की घोषणा की थी। इसके बदले वेईपूई को कार्यकारिणी में शामिल करके जिम्मेदारी दी गई है।
जोन चोहला साहिब से एसजीपीसी के दो सदस्य हैं। जनरल कैटेगरी से गुरबचन सिंह करमूवाला शिअद के सदस्य हैं जो तीन वर्ष पहले एसजीपीसी के महासचिव रह चुके हैं। वहीं एससी कोटे से बलविदर सिंह वेईपूई पहली बार एसजीपीसी मेंबर बने थे। पूर्व सांसद रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा के करीबी बलविदर सिंह वेईपूई ने शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल, पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया, एडवोकेट हरजिदर सिंह धामी का धन्यवाद करते हुए कहा कि कार्यकारिणी में सौंपी गई जिम्मेदारी को ईमानदारी से निभाते हुए सिखी के प्रचार के लिए कसर नहीं छोड़ी जाएगी। ब्रह्मपुरा के शिअद छोड़ने पर खडूर साहिब में पार्टी को मजबूत कर रहे मजीठिया
विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा ने शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के विरुद्ध बगावत का झंडा उठाया तो उन्हें शिअद से निष्कासित कर दिया गया। बलविदर सिंह वेईपूई ब्रह्मपुरा के साथ डटे रहे। करीब एक माह पहले बलविदर वेईपूई ने मजीठिया की अगुआई में शिअद को ज्वाइन कर लिया था। ब्रह्मपुरा के अलग होने के बाद खडूर साहिब विधानसभा हलके में शिअद को अपना गढ़ मजबूत करने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। एक-एक करके ब्रह्मपुरा के करीबियों को पार्टी में शामिल करके मजीठिया शिअद को मजबूत बना रहे है। इसी कड़ी तहत बलविदर सिंह वेईपूई को कार्यकारिणी में शामिल किया गया है।