तरनतारन में सात छात्राओं सहित 12 महिलाएं कोरोना संक्रमित
सेहत विभाग की ओर से लिए गए सैंपलों में से 821 की रिपोर्ट बुधवार को आई जिसमें 12 लोग कोरोना पाजीटिव पाए गए।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : सेहत विभाग की ओर से लिए गए सैंपलों में से 821 की रिपोर्ट बुधवार को आई, जिसमें 12 लोग कोरोना पाजीटिव पाए गए। संक्रमितों में शहर के एक निजी स्कूल में पढ़ने वाली 10वीं और 11वीं कक्षा की सात छात्राएं शामिल हैं। जिले में अब कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या 62 हो गई है।
सीएचसी सुरसिंह से लिए गए सैंपलों में से 12 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इनमें सभी महिलाएं व स्कूली लड़कियां शामिल हैं। सिविल सर्जन डा. रोहित मेहता ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए लोग मास्क का प्रयोग करें। शारीरिक दूरी का पालन करने के साथ-साथ बार-बार हाथ धोने में लापरवाही न बरते।
उन्होंने बताया कि तरनतारन जिले में 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना का इंजेक्शन लगाने के लिए लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। इस लिए रजिस्ट्रेशन का कार्य सभी सेहत केंद्रों में शुरू हो चुका है। सात मार्च से 60 वर्ष से अधिक की उम्र वाले बुजुर्ग लोग कोरोना का टीका लगवा सकेंगे। मौसम में बदलाव से नाक के मरीजों की संख्या बढ़ी : डा. रंधावा
मौसम में तब्दीली कारण नाक के मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। नाक की एलर्जी को सीजनल एलर्जी भी कहते हैं। इसको गंभीर होने से बचाया जा सकता है। ये जानकारी ईएनटी सर्जन डा. राजबरिदर सिंह रंधावा ने दी।
उन्होंने बताया कि सीजनल नाक की एलर्जी के लक्षण नाक से पानी बहना, छींक आना, नाक बंद रहना, नाक से रक्त आना, सुगंध कम आना, आंखों का लाल रहना, नाक में खारिश होना आदि है। ये एलर्जी किसी खाने वाली वस्तु, मौसम तब्दीली, दवा या कास्मेटिक व अन्य पदार्थो से हो सकती है, जिसका पता पहले एलर्जी प्रोफाइल टेस्ट में किया जाता है। यदि कोई व्यक्ति उक्त लक्षणों से पीड़ित है तो तुरंत विशेषज्ञ डाक्टर के पास जाकर चेकअप करवाए।