घरों में गड्ढे खोद छुपा रखे थे लाहन और अवैध शराब के ड्रम
गांव चीमा में लंबे समय से चल रहे अवैध शराब के कारोबार को पुलिस ने बेनकाब किया है। इस दौरान बड़ी मात्रा में शराब बरामद की गई।
जासं, तरनतारन: गांव चीमा में लंबे समय से चल रहे अवैध शराब के कारोबार को पुलिस ने बेनकाब किया है। सब डिवीजन तरनतारन के डीएसपी सुच्चा सिंह बल्ल, डीएसपी (स्पेशल) इकबाल सिंह की अगुआई में थाना सराय अमानत खां के प्रभारी दीपक कुमार ने शुक्रवार तड़के सात घरों में छापामारी की। इस दौरान बड़ी मात्रा में शराब बरामद की गई।
यह गांव जिला परिषद मेंबर मनीश कुमार मोनू चीमा और झब्बाल के सरपंच अवन कुमार सोनू चीमा का है। एसएसपी ध्रुमन एच निबाले ने बताया कि गांव चीमा में बड़े स्तर पर अवैध शराब का कारोबार होने की सूचना मिली थी। छापामारी के दौरान कई लोग घरों से भाग गए जबकि दो घरों पर ताले भी लगा दिए। सुबह छह बजे शुरू हुआ सर्च अभियान साढ़े दस बजे तक जारी रहा। इस दौरान पुलिस के हाथ 34 हजार, 120 लीटर लाहन, 4 लाख, 27 हजार, 500 एमएल अवैध शराब, एक चालू भट्ठी, 22 ड्रम, गैस सिलेंडर, आठ पतीले, 13 कैन लगे। एसएसपी निबाले ने बताया कि मौके पर एक महिला समेत तीन तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि बाकी के आरोपितों की पहचान की जा रही है। घरों में गड्ढे खोद छुपा रखे थे ड्रम
डीएसपी सुच्चा सिंह बल्ल ने बताया कि अवैध शराब का कारोबार करने वाले लोगों ने अपने घरों में गड्ढे खोदकर लाहन के ड्रम व अवैध शराब छिपा रखी थी। बरामद की शराब कब्जे में ले ली गई है जबकि लाहन को नष्ट कर दिया गया है। पुलिस से बचने के लिए देते थे पहरा
पुलिस ने बताया कि गांव चीमा कलां के छप्पड़ों के आसपास अवैध शराब निकालने के लिए लाहन तैयार की जाती थी। इस दौरान उनके कारिंदे गांव के संपर्क मार्ग पर पहरा देते थे ताकि पुलिस के आने की भनक पर भाग सकें। महिलाएं भी हैं इस धंधे में शामिल, करती हैं शराब की सप्लाई
डीएसपी सुच्चा सिंह बल्ल ने बताया कि अवैध शराब तैयार करके अमृतसर के जोड़ा फाटक, अन्नगढ़ क्षेत्र के अलावा तरनतारन जिले के विभिन्न गांवों में सप्लाई दी जाती थी। अवैध शराब के इस कारोबार में महिलाएं भी शामिल हैं। ये महिलाएं गांव में तैयार शराब की होम डिलीवरी पहुंचाती थीं। ऐसी महिलाओं की पुलिस पहचान कर रही है। इसके बाद उनके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।