भूख हड़ताल का छठा दिन, कैप्टन के खिलाफ जमकर नारेबाजी
। पंजाब की कैप्टन सरकार मुलाजिम विरोधी साबित हो रही है। सरकारी विभागों में वर्षो से कच्चे कर्मियों को न तो पक्का किया जा रहा है और न ही समय पर उन्हें वेतन मिल रहा है।
संस, तरनतारन : पंजाब की कैप्टन सरकार मुलाजिम विरोधी साबित हो रही है। सरकारी विभागों में वर्षो से कच्चे कर्मियों को न तो पक्का किया जा रहा है और न ही समय पर उन्हें वेतन मिल रहा है। सरकार की यह नीति अब और बर्दाशत नहीं की जाएगी।
यह शब्द साझे फ्रंट के नेता कारज सिंह कैरों, बलजिंदर सिंह, गुरप्रीत सिंह गंडीविंड, बलजिंदर कौर, अजमेर सिंह, करविंदर सिंह बागड़िया, जसबीर सिंह शेरों, बलकार सिंह जंडोके, नगिंदर वल्टोहा, नरिंदर बेदी व अजमेर सिंह ने संयुक्त तौर पर कहे।
पंजाब, यूटी मुलाजिम व पेंशनर साझा फ्रंट के आह्वान पर स्थानीय बस अड्डे में कैप्टन सरकार के खिलाफ भूखहड़ताल छठे दिन भी जारी रही। नारेबाजी करते हुए प्रदर्शनकारियों ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा मंत्रियों व विधायकों को भत्ते के रूप में करोड़ों रुपये जारी किए जा रहे हैं परंतु मुलाजिमों को समय पर वेतन नहीं दिया जा रहा। काम के बराबर वेतन के फार्मूले को नजरअंदाज करके सरकारी कर्मियों की तनख्वाह में कटौती की जा रही है।
बलजिंदर कौर ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार किसान और मजदूर विरोधी साबित हो रही है। इस मौके पर भूख हड़ताल पर बैठे पूरन दास, बलदेव राज, जतिंदर सिंह, लखविंदर सिंह, मुखविंदर सिंह को सर्कल अध्यक्ष पूरन सिंह माड़ीमेघा ने सम्मानित किया।