एचआइवी पीड़ित अनाथ बच्ची को मिला पिगलवाड़ा का सहारा
कुदरत की नाइंसाफी कहें या फिर तकदीर का खेल। जिले के एक गांव में रहने वाले एचआइवी ग्रस्त दंपती के घर में पैदा होने वाली बच्ची भी एचआइवी संक्रमित हो गई थी।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : इसे कुदरत की नाइंसाफी कहें या फिर तकदीर का खेल। जिले के एक गांव में रहने वाले एचआइवी ग्रस्त दंपती के घर में पैदा होने वाली बच्ची भी एचआइवी संक्रमित हो गई थी। मासूम की मां उसे छोड़कर कहीं चलेगी और पिता ने आत्म हत्या कर ली। कुछ वर्ष तक यह बच्ची अपने चाचा के घर रहीं, लेकिन चाचा ने भी इससे मुंह मोड़ लिया। बेसहारा हुई इस बच्ची वीडियो फेसबुक और इंटरनेट मीडिया पर वायरल होते ही बाल भलाई कमेटी के पदाधिकारियों ने बच्ची को पिगलवाड़ा में आश्रय दिया है।
खेमकरण के एक गांव में रहने वाला दंपती किसी कारणों से एचआइवी ग्रस्त हो गया था। इस दंपती के घर 13 वर्ष पहले लड़की ने जन्म लिया, जो मां की कोख में ही संक्रमित हो गई। वर्ष 2017 में बच्ची को छोड़कर उसकी मां कहीं चली गई, जिसका आज तक कुछ पता नहीं चला। जबकि पिता ने 2014 में आत्म हत्या कर ली थी। बिन मां-बाप के एचआइवी ग्रस्त बच्ची को उसके चाचा ने सहारा दिया, परंतु यह सहारा अधिक समय तक न मिल पाया। चाचा द्वारा ठुकराई बच्ची अपने ही गांव में दर-दर की ठोकरें खा रही थी। चार दिन से एक घर में शरण लिए बैठी मासूम की वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुई। जिसके बाद जिला बाल भलाई कमेटी की चेयरपर्सन अमनप्रीत कौर ने पंचायत के साथ संपर्क कर बच्ची का मेडिकल करवाया। जांच में बच्ची एचआइवी संक्रमित पाई गई। कमेटी द्वारा बच्ची को आल इंडिया पिगलवाड़ा ट्रस्ट (अमृतसर) में दाखिल करवाने लिए कागजी कार्रवाई करवाई गई। यह प्रक्रिया पूरी होते ही बच्ची को पिगलवाड़ा भेज दिया गया।
पिगलवाड़ा में खुश है मासूम
बच्ची ने बताया कि चाचा द्वारा ठुकराए जाने के बाद उसे लग रहा था कि अब उसे कोई सहारा नहीं मिलेगा। क्योंकि मां बचपन में ही छोड़कर चली गई थी और बीमारी से तक पिता ने आत्म हत्या कर ली थी। कुछ समय तक दादी ने भी परवरिश की। दादी की मौत के बाद उसे चाचा ने कुछ समय तक सहारा दिया, परंतु उन्होंने ने भी मुंह मोड़ लिया।
हेल्प लाइन नंबर पर करें संपर्क
चेयरपर्सन अमनप्रीत कौर ने बताया कि बच्ची को आल इंडिया पिगलवाड़ा ट्रस्ट (अमृतसर) में दाखिल करवाया गया है। उन्होंने कहा कि अगर किसी भी बच्चे को अगर कोई मुश्किल आती हैं तो जिला बाल सुरक्षा यूनिट व चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर-1098 पर संपर्क कर सकता है।