अब थाना प्रभारियों पर रहेगी एसएसपी की नजर
अब चौकी इंचार्जो थाना प्रभारियों पर नजर रखने के लिए सरकारी गाड़ियों पर जीपीएस सिस्टम लगाया जा रहा है।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन
भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ जिले का 104 किलोमीटर का क्षेत्र आता है। इस क्षेत्र में पुलिस की 24 घंटे गश्त शुरू कर दी गई है ताकि धुंध के दिनों सीमा के आसपास कोई गैर समाजिक हरकत न हो पाए। साथ ही अब चौकी इंचार्जो, थाना प्रभारियों पर नजर रखने के लिए सरकारी गाड़ियों पर जीपीएस सिस्टम लगाया जा रहा है, जिससे सभी थाना प्रभारियों पर एसएसपी की सीधी नजर रहेगी।
जिले में कुल पांच एसपी, 13 डीएसपी के अलावा रिजर्व फोर्स में सात इंस्पेक्टर तैनात हैं। इसके अलावा 16 पुलिस स्टेशन पड़ते हैं। आम तौर पर थाना प्रभारियों व चौकी इंचार्जो के खिलाफ शिकायत आती है कि घटना स्थान पर देरी से पहुंचते हैं। ऐसे में थाना प्रभारी व चौकी इंचार्जो की सरकारी गाड़ियों में जीपीएस सिस्टम लगाया जा रहा है। साथ ही नशे को रोकने लिए जिले के 113 ड्रग तस्करों की सूची बनाई गई है। इनमें से 50 से अधिक तस्कर अदालतों से जमानत लेकर बाहर आ चुके हैं। इन तस्करों पर खुफिया तौर पर नजर रखने के लिए सभी डीएसपी, थाना प्रभारी, सीआइए स्टाफ इंचार्ज, नारकोटिक्स सैल को लिखित आदेश जारी किए गए हैं। रात को नाकाबंदी के लिए बनाए 49 प्वाइंट
पूरे जिले में रात को नाकाबंदी के लिए 49 प्वाइंट बनाए गए हैं। इनमें से 42 से 45 प्वाइंटों पर पुलिस की रात को नाकाबंदी रहेगी। नाकाबंदी चेक करने लिए सभी डीएसपी रैंक के अधिकारियों का एक रोस्टर तैयार किया गया है। भारत-पाक सीमा के साथ लगते 104 किलोमीटर के क्षेत्र को दो जोनों में बांटकर 24 घंटे पेट्रोलिंग व चेकिंग के लिए टीमें लगा दी गई है। दफ्तरों से निकाले गए 250 पुलिसकर्मी
लंबे समय से विभिन्न पुलिस अधिकारियों के दफ्तरों में काम करने वाले पुलिस कर्मियों को अब थानों में तैनात कर दिया गया है। ऐसा करने से 250 के करीब पुलिसकर्मी अब फील्ड में ड्यूटी देते नजर आएंगे। पूरे जिले में पीसीआर की संख्या में भी बढ़ोतरी कर दी गई है। वीडियो काल से शुरू की गई चेकिंग
जिले में लगने वाले पुलिस नाकों की जांच लिए अब पेट्रोल वेस्ट नहीं करना पड़ेगा। एसएसपी ध्रुमन एच निंबाले द्वारा सभी नाका प्वाइंटों के स्टाफ के स्मार्ट फोन के माध्यम से वीडियो काल करके चेकिंग की जा रही है। ऐसा करने से पुलिस अधिकारियों को गाड़ियां नहीं भगानी पड़ेगी और पेट्रोल-डीजल की भी बचत होगी। सबसे पहले थाना प्रभारियों व चौकी इंचार्जो की गाड़ियों पर जीपीएस सिस्टम लगाया जा रहा है। इसके लिए डीजीपी दिनकर गुप्ता की ओर से बकायदा फंड मुहैया होगा। इसके बाद सभी डीएसपी व एसपी की सरकारी गाड़ियों पर जीपीएस सिस्टम लगेगा। ऐसा करने से पूरे जिले में चौकसी बढे़गी और पूरा पुलिस प्रशासन ड्यूटी प्रति अधिक जवाबदेह होगा।
-ध्रुमन एच निंबाले, एसएसपी तरनतारन