प्रबंधकीय कांप्लेक्स के बाहर लगाई आग ने खोली व्यवस्था की पोल
। पराली को आग लगाने के मामले में सर्वोच न्यायालय पूरी तरह से सख्त नजर आ रहा है।
जागरण संवाददाता, तरनतारन
पराली को आग लगाने के मामले में सर्वोच्च न्यायालय पूरी तरह से सख्त नजर आ रहा है। न्यायालय के आदेशों पर राज्य सरकार भी पराली को आग लगाने वाले किसानों के खिलाफ शिकंजा कसने में लगी हुई है। ऐसे में जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स के बाहर लगाई गई आग ने कई तरह के सवाल पैदा कर दिए हैं।
राजस्थान-जेएंडके नेशनल हाईवे नंबर 54 स्थित गांव पिद्दी में जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स बनाया गया है। इसके बिल्कुल साथ जिला अदालती कांप्लेक्स व एसएसपी कार्यालय भी है। इस कांप्लेक्स के बाहर नेशनल हाईवे पर कूड़े कर्कट को अकसर आग लगा दी जाती है। मंगलवार को कुछ लोगों द्वारा लगाई गई आग से यातायात काफी प्रभावित हुआ।
किसान संघर्ष कमेटी के नेता जसबीर सिंह पिद्दी, फतेह सिंह पिद्दी, तेजिंदरपाल सिंह राजू रसूलपुर, सिमरन सिंह, हरपाल सिंह पिद्दी, गुरजीत सिंह, सविंदरपाल सिंह, अवतार सिंह और फतेह सिंह ने बताया कि नेशनल हाईवे पर सड़क किनारे कूड़ा कर्कट फेंककर आग लगाने से कई खेतों को भी नुकसान पहुंचा है। हैरानी की बात है कि डिप्टी कमिश्नर, एसएसपी के अलावा विभिन्न सिविल और पुलिस प्रशासनिक अधिकारी आग से उठने वाले धुएं को देखते रहे, परंतु आग लगाने वाले लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि किसानों के खिलाफ पराली को आग लगाने पर केस दर्ज किया जाता है परंतु शरारती लोगों द्वारा लगाई गई आग का मामला ठंडे बस्ते में डाला जा रहा है। जांच के आदेश दे दिए हैं: सभ्रवाल डिप्टी कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल ने कहा कि जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स के बाहर कूड़ा फेंककर वहां आग लगाने की शिकायत मिली है। इसकी जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इस तरह आग लगाने से हादसा भी हो सकता है। आग लगाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। फोटो-ए-
फोटो-बी- डीसी प्रदीप सभ्रवाल।