टिकट न मिलने से नाराज शिअद के पूर्व सीपीएस मीयांविड भाजपा में शामिल
विस हलका बाबा बकाला से टिकट के दावेदार व पूर्व सीपीएस मनजीत सिंह मीयांविड वीरवार को भाजपा में शमिल हो गए।
जासं, तरनतारन : विस हलका बाबा बकाला से टिकट के दावेदार व पूर्व सीपीएस मनजीत सिंह मीयांविड वीरवार को भाजपा में शमिल हो गए। उनको गजेंद्र शेखावत ने भाजपा में शामिल करते हुए बधाई दी। भाजपा ज्वाइन करने मौके पूर्व सीपीएस मनजीत सिंह मीयांविड ने पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया पर आरोप लगाया कि भरोसा दिलाने के बावजूद उन्हें बाबा बकाला से टिकट नहीं दी। उल्टा जंडियाला गुरु से चुनाव लड़ने का दबाव बनाया जा रहा था। शिअद में वह वरिष्ठ नेता है, ऐसे में मजीठिया का दबाव सहन नहीं करेंगे।
वर्ष 2002 में पूर्व मंत्री सुखदेव सिंह शाहबाजपुरी को 22 हजार 710 मतों से हराकर चुनाव जीता था। जबकि 2007 में मनजीत सिंह मीयांविड ने खडूर साहिब से दूसरी बार चुनाव लड़ते हुए कांग्रेस के तरसेम सिंह डीसी को 9980 मतों से हराया था। 2012 के चुनाव में मनजीत सिंह मीयांविड ने 29 हजार 225 मतों से कांग्रेस के रणजीत सिंह छज्जलवड्डी को हराया था। 2017 के चुनाव में शिअद ने मन्ना को गुरदासपुर जिले के विस हलका श्री हरगोबिदपुर साहिब से टिकट दी थी और मन्ना हार गए थे। इस बार मन्ना बाबा बकाला से टिकट मांगते थे, परंतु शिअद ने जंडियाला गुरु के पूर्व विधायक बलजीत सिंह जलालउसमा को चुनाव मैदान में उतार दिया। मन्ना को जंडियाला गुरु से चुनाव लड़ने के लिए कहा जा रहा था। भाजपा में शामिल होने के बाद मनजीत सिंह मीयांविड ने दैनिक जागरण को बताया कि पूर्व मंत्री मजीठिया द्वारा उन्हें बाबा बकाला से चुनाव लड़ाने का कई बार भरोसा दिया गया, परंतु टिकट नहीं दी। अब उन्हें जंडियाला गुरु से चुनाव लड़ाने का दबाव बनाया जा रहा था। परंतु टिकट कांग्रेस छोड़कर आए सतिदरपाल सिंह छज्जलवड्डी को दे दी गई। मीयांविड ने कहा कि शिअद को हराना उनका प्रथम फर्ज है। भाजपा अगर उन्हें प्रत्याशी बनाती है तो वह चुनाव जीतकर दिखाएंगे। इस मौके पर जिला परिषद के पूर्व चेयरमैन रणजीत सिंह मीयांविड भी मौजूद थे।