महान योद्धाओं की कुर्बानी नहीं भुला सकता देश
शहीद-ए-आजम भगत सिंह राजगुरु व सुखदेव के 90वें शहीदी दिवस पर जम्मू-कश्मीर राजस्थान राष्ट्रीय मार्ग स्थित उसमां टोल प्लाजा पर किसान-मजदूर संघर्ष कमेटी की ओर से धरना लगाया गया।
जासं, तरनतारन : शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव के 90वें शहीदी दिवस पर जम्मू-कश्मीर, राजस्थान राष्ट्रीय मार्ग स्थित उसमां टोल प्लाजा पर किसान-मजदूर संघर्ष कमेटी की ओर से धरना लगाया गया। धरने के दौरान बच्चों ने शहीद भगत सिंह की तस्वीर पकड़कर महान योद्धाओं को याद किया। नौशहरा पन्नूआ गुरुद्वारा साहिब से किसानों और मजदूरों के जत्थे पैदल चलकर धरना स्थल पर पहुंचे। इस मौके पर सुखविंदर सिंह दुग्गलवाला, अमरजीत सिंह उसमां, बलदेव सिंह पन्नू ने कहा कि 90 वर्ष पहले ब्रिटिश हकूमत द्वारा शहीद ए आजम भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव को फांसी लगा दी गई थी। इन महान योद्धाओं की कुर्बानी को देश कभी भुला नहीं सकता। शहीद भगत सिंह ने 23 वर्ष की आयु में फांसी का रस्सा चूमकर देश की युवा पीढ़ी को जो संदेश दिया था, उसे घर-घर तक पहुंचाएं जाने की जरूरत है। आजादी के 73 वर्ष बाद भी बिजली, पानी, सेहत, शिक्षा, रोटी, कपड़ा और मकान से गरीब लोग अभी भी वांछित है। देश में अभी भी आर्थिक, जातिवाद व धार्मिक मामले पर लोगों को बांटने का प्रयास किया जा रहा है। इस मौके दविंदर कौर, कैलाश कौर, हरभजन कौर, तेजिंदरपाल सिंह राजू, बलजीत कौर, बलविंदर कौर पिद्दी, जगीर सिंह पहलवान, मेजर सिंह, ज्ञानदीप सिंह, दर्शन सिंह अलावलपुर, कुलविंदर सिंह नौरंगाबाद, बूटा सिंह संघा, काबिल सिंह शेरों, सुखदेव सिंह, संतोख सिंह कलेर, बलजीत सिंह, दलजीत सिंह बेगमपुर, कुलदीप सिंह बंगालीपुर मौजूद थे। सीटू ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि
गांव कोटली में सेंट्रल आफ इंडियन ट्रेंड यूनियन (सीटू) की बैठक कुलवंत सिंह गोहलवड़, मनप्रीत सिंह कोटली, अंग्रेज सिंह की अध्यक्षता में हुई, जिसमें सुखदेव सिंह गोहलवड़, बलदेव सिंह, परमजीत सिंह कोटली और गुरनाम सिंह ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को शहीदी पर्व मौके याद किया।