बिना टेस्ट करवाए हजारों किसान रवाना हुए दिल्ली, शरीरिक दूरी का भी पालन नहीं
देश में कोरोना महामारी का दौर चर्म सीमा पर है। इससे बचाव के लिए सरकार द्वारा समय-समय पर गाइडलाइन जारी की जा रही हैं।
जासं, तरनतारन : देश में कोरोना महामारी का दौर चर्म सीमा पर है। इससे बचाव के लिए सरकार द्वारा समय-समय पर गाइडलाइन जारी की जा रही हैं। शरीरिक दूरी का पालन करने, मास्क पहनने व सैनिटाइजर का प्रयोग करने बाबत जारी किए दिशा-निर्देशों को दरकिनार करते हुए वीरवार को विभिन्न किसान जत्थेबंदियों द्वारा कस्बा हरिके से दिल्ली की ओर कूच किया गया। जम्मू-कश्मीर, राजस्थान स्थित कस्बा हरिके पत्तन में हजारों किसानों ने बैठक करते पहले कृषि कानूनों खिलाफ नारेबाजी की फिर ट्रैक्टर-ट्रालियों पर दिल्ली रवाना हुए। हैरानी की बात है कि दिल्ली रवाना होने वाले इन किसानों ने कोविड का कोई टेस्ट नहीं करवाया। थाना मजीठा के आगे किसानों ने लगाया धरना
वहीं भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहा की ओर से नाबालिग चंदन सिंह निवासी गांव जलालपुरा की अपनी जमीन में बोई गेहूं की पकी फसल उसके पिता की मौत के बाद उसके चाचा, ताया द्वारा न काटने देने के विरोध में पिछले करीब 24 घंटे से पुलिस थाना मजीठा के सामने यातायात जाम करके धरना दे दिया गया। किसान नेताओं ने कहा कि थाना मुखी मजीठा व पुलिस पार्टी द्वारा पीड़ित किसान नाबालिग चंदन सिंह के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई करते हुए उस पर मामला दर्ज किया व उस पर दबाव बनाने के लिए गिरफ्तार करके मजीठा थाना लाया गया। जिसको इंसाफ दिलाने के लिए भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहा द्वारा थाना मुखी के खिलाफ संघर्ष शुरू करते हुए थाने का घेराव किया गया। एसडीएम मजीठा अलका कालिया ने नायब तहसीलदार जसबीर सिंह को मौके पर भेज कर पुलिस थाना मजीठा के सामने लगे किसानी धरने में पहुंच कर किसान नेताओं से बातचीत करके उनकी मांगों को स्वीकार कर लिया और विश्वास दिलाया कि नाबालिग चंदन सिंह के खिलाफ पुलिस द्वारा किया गया नाजायज मामला रद्द किया जाएगा।