जुर्माने व जागरूकता के बावजूद पराली जलाने पर अड़े हैं किसान
पंजाब में एक तरफ किसान पराली न जलाने के लिए जागरूक हो रहे हैं, वहीं कुछ किसान एेसे भी हैं जो पराली जलाने पर अड़े हैं।
जेएनएन, तरनतारन/अमृतसर। पंजाब में एक तरफ किसान पराली न जलाने के लिए जागरूक हो रहे हैं, वहीं कुछ किसान एेसे भी हैं जो पराली जलाने पर अड़े हैं। सरकार ने पराली जलाने वालों पर जुर्माना लगाना भी शुरू कर दिया है। किसान संघर्ष कमेटी पंजाब के बैनर तले तरतारन के घरियाला में धरने पर बैठे किसानों ने केंद्र व पंजाब सरकार को किसान विरोधी करार दिया। कहा कि पराली को आग लगाने से रोका तो जा रहा है, लेकिन इसकी संभाल के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा।
किसान नेता बली सिंह तलवंडी, सुखदेव सिंह, रेशम सिंह, सुरजीत सिंह, बलदेव सिंह ने धरने की अगुवाई करते किसानों हकों के लिए हर समय खड़े रहने का आश्वासन दिया। किसान संघर्ष कमेटी के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह, जमहूरी किसान सभा आगू सतनाम सिंह ने कहा कि धान की कटाई के बाद किसान मजबूर होकर पराली को आग लगाता है। लेकिन, अब सरकार किसानों पर मामले दर्ज कर रही है, जो कि निंदनीय है।
पराली जलाने पर 47 को ठोका 1.24 लाख जुर्माना
तरनतारन में सेटेलाइट के जरिए 73 ऐसे मामले ट्रेस किए जिनमें पराली जलाई गई। मौके पर कार्रवाई करते हुए कृषि विभाग व पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने 47 स्थानों पर जाकर 1.24 लाख रुपये के जुर्माने किए। इस संबंधी चीफ एग्रीकल्चर अधिकारी हरिंदरजीत सिंह ने बताया कि शुक्रवार तक जिले में 73 मामले पराली जलाने के सामने आए जिसके बाद टीम द्वारा 47 स्थानों पर जाकर जुर्माने किए गए। बाकी के 26 मामलों पर भी किसानों को जुर्माना किया जा रहा है।