30 लाख का था कर्ज, किसान ने फंदा लगा की आत्महत्या
30 लाख के कर्ज से तंग गांव दारापुर निवासी किसान सरबजीत सिंह (55) ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। थाना वैरोंवाल के गांव दारापुर निवासी नरिदर सिंह के बेटे सरबजीत सिंह (55) छह एकड़ जमीन के मालिक थे।
संसू, खडूर साहिब : 30 लाख के कर्ज से तंग गांव दारापुर निवासी किसान सरबजीत सिंह (55) ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। थाना वैरोंवाल के गांव दारापुर निवासी नरिदर सिंह के बेटे सरबजीत सिंह (55) छह एकड़ जमीन के मालिक थे। 18 लाख रुपये बैंकों का और 12 लाख का आढ़तियों का कर्ज था। सरबजीत की पत्नी जसबीर कौर की तीन वर्ष पहले मौत हो गई थी। इस कारण वह काफी परेशान था। भाई हरविंदर सिंह हैप्पी ने बताया कि घर की सीढि़यों के साथ लगी लोहे की ग्रिल से लटककर सरबजीत सिंह ने उस समय फंदा लगाया, जब घर में कोई नहीं था। किसान नेता लखबीर सिंह ने सरकार से मांग की कि सरबजीत का कर्ज माफ किया जाए। परिवार को 20 लाख की मदद व परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। थाना वैरोंवाल के प्रभारी बलविंदर सिंह ने बताया कि धारा 174 के तहत केस दर्ज करके सिविल अस्पताल से शव पोस्टमार्टम करवाकर परिवार को सौंप दिया गया है। किसानी संघर्ष को समर्पित होगा कौमांतरी महिला दिवस
जनवादी स्त्री सभा की बैठक जिला अध्यक्ष जसबीर कौर की अध्यक्षता में हुई। जिसमें कुलविंदर कौर, कंवलजीत कौर, चरनजीत कौर, कुलविंदर कौर, गुरजिंदर कौर, रंजीत कौर, मंजीत कौर तुड़, सिमरनजीत कौर, किरनप्रीत कौर ने भाग लिया। जसबीर कौर ने कहा कि आठ मार्च को मनाए जाने वाला कौमांतरी दिवस किसान संघर्ष को समर्पित रहेगा। अगर केंद्र सरकार ने कृषि कानून वापस न लिए तो महिलाओं द्वारा सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान बिल लाकर केंद्र सरकार ने जो कानून लागू किए है, उसका पूरा देश विरोध कर रहा है। सरकार को चाहिए कि देश और किसान हितों के लिए कृषि कानून वापस लिए जाए।