जेल में था परिवार, कोठी से सामान और ईंटें ले गए आरोपित
गांव वेईपूई में नौ नवंबर 2018 को दीवार को लेकर हुए विवाद में मनजिंदर सिंह लाडी नामक युवक की हत्या के मामले का सामना कर रहे एक परिवार के घर की कुछ लोग ईंटें और सामान चोरी कर ले गए।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन
गांव वेईपूई में नौ नवंबर 2018 को दीवार को लेकर हुए विवाद में मनजिंदर सिंह लाडी नामक युवक की हत्या के मामले का सामना कर रहे एक परिवार के घर की कुछ लोग ईंटें और सामान चोरी कर ले गए। आरोप है कि छुट्टी पर आए सैनिक सलविंदर सिंह ने गोली मारकर लाडी की हत्या की थी। इस मामले में पुलिस ने सलविंदर, उसके भाई गुरिंदर सिंह, उसके पिता अमरीक सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। अमरीक जब अपने छोटे लड़के गुरिंदर सिंह समेत रिहा होकर घर पहुंचे तो वहां पर कोठी का ढांचा ही दिखा। घर का सामान गायब था। उसकी निर्माणधीन हिस्से की ईटे तक उखाड़ ली गईं। अमरीक सिंह ने जब पुलिस के समक्ष गुहार लगाई तो सवा साल की जांच के बाद अब अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। अमरीक ने कहा है कि इंसाफ लेने के लिए उसे अदालत का रुख करना पड़ेगा।
विधानसभा हलका खडूर साहिब के गांव वेईपूई निवासी अमरीक सिंह ने बताया कि वह सेना से सेवानिवृत्त हैं। उनका बड़ा बेटा सलविंदर सैनिक है जबकि छोटा बेटा गुरिंदर खेताबाड़ी करता है। उन्होंने बताया कि रिश्तेदारों के साथ हुए झगड़े के मामले में पुलिस ने उन्हें व दोनों बेटों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। चार अक्टूबर 2019 को वह जमानत पर घर लौटे तो हैरान रह गए। दरअसल, उसकी निर्माणधीन कोठी की दीवारें तोड़ दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में दूसरे पक्ष के लोगों ने उसके घर से दो लाख कैश, दस तोले सोने के आभूषण, दो एलईडी, दो फ्रिज, दो पानी वाली टंकियां, 40 बोरी सीमेंट, दस क्विंटल सरिया, पांच बोरी खाद, पांच बोरी गेहूं का बीज, एक ड्रम गेहूं के अलावा खेतों में लगी तीन ट्यूबवेलों की मोटरें भी चोरी कर लीं। शिकायत में आरोपितों के नाम दिए पर अज्ञात पर दर्ज किया केस
पूर्व सैनिक ने आरोप लगाया कि पत्नी सुरिंदर कौर ने जब भी घर जाने का प्रयास किया तो आरोपितों ने उसे भगा दिया। अमरीक सिंह अब पत्नी सुरिंदर कौर सहित गोहलवड़ में किराये के मकान पर रहते हैं। उसके मकान में चोरी और तोड़ने संबंधी नवंबर 2019 में जो पुलिस को शिकायत दी थी, उस पर पुलिस ने शनिवार की रात को थाना गोइंदवाल साहिब की पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज किया, परंतु अज्ञात लोगों पर। अमरीक सिंह ने बताया कि उसने अपनी शिकायत में आठ लोगों के नाम दिए थे, परंतु सियासी दबाव में पुलिस ने खानापूर्ति करने वाली एफआइआर दर्ज की है। अब वह इंसाफ के लिए अदालत जाएंगे। डीएसपी की जांच के बाद दर्ज किया मामला: थाना प्रभारी
थाना गोइंदवाल साहिब के प्रभारी सब इंस्पेक्टर जसवंत सिंह ने इस संबंधी कहा कि गांव वेईपूई निवासी अमरीक सिंह ने जो शिकायत दी थी, उसकी जांच डीएसपी द्वारा की गई है। डीएसपी की जांच रिपोर्ट के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है। आगे की जांच में जो भी आरोपित पाया जाएगा, उसे एफआइआर में नामजद कर लिया जाएगा। थाना प्रभारी ने बताया कि दर्ज की गई एफआइआर-2 की जांच चौकी फतेहाबाद इंचार्ज एएसआइ नरेश कुमार को सौंपी गई है।