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कोरोना काल में डिजिटल भुगतान का चलन बढ़ा

। कोरोना काल में डिजिटल भुगतान का रुझान बढ़ा है। अधिकांश ग्रामीण खरीदारी के बाद नकदी की बजाय डिजिटल भुगतान को तरजीह दे रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 Jun 2020 04:56 PM (IST)Updated: Thu, 18 Jun 2020 11:57 PM (IST)
कोरोना काल में डिजिटल भुगतान का चलन बढ़ा
कोरोना काल में डिजिटल भुगतान का चलन बढ़ा

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : कोरोना काल में डिजिटल भुगतान का रुझान बढ़ा है। अधिकांश ग्रामीण खरीदारी के बाद नकदी की बजाय डिजिटल भुगतान को तरजीह दे रहे हैं। जिला तरनतारन में प्रत्येक दिन में 70 से 80 करोड़ रुपये का डिजिटल भुगतान हो रहा है, जबकि करीब 100 करोड़ रुपये का लेनदेन कैश में हो रहा है। इसकी पुष्टि जिला लीड बैंक अधिकारी प्रीतम सिंह भी करते हैं।

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जिले में कुल मिलाकर 17 सरकारी व गैर सरकारी बैंक हैं। इनकी कुल शाखाएं 202 हैं। इन सभी बैंकों में कुल 8,13,421 लोगों के खाते हैं। इनमें 1,63, 403 उन लोगों के खाते हैं जो सरकारी नौकरी से सेवानिवृत्त होकर पेंशन ले रहे हैं। प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत जिले में कुल 1,23,456 बैंक खाते है। कोरोना से पहले जिले में रोजाना 225 करोड़ से 245 करोड़ के बीच लेनदेन होता था। इसमें 80 से 100 करोड़ का लेनदेन डिजिटल भुगतान के जरिए होता था। जिले में सभी ऑटो कंपनियों, पेट्रोल पंप के अलावा बड़े शोरूम से लेकर छोटे दुकानदारों व निजी अस्पतालों ने डिजिटल भुगतान को अपनाया है। करीब तीन माह के लॉकडाउन के बाद स्थिति लगातार सामान्य हो रही है। वर्तमान में सभी बैंकों में रोजाना 170 से लेकर 180 करोड़ का लेनदेन हो रहा है। स्वाइप मशीन का चलन बढ़ा

छोटे कस्बों के लोग और दुकानदार भी अब डेबिट-क्रेडिट कार्ड व स्वाइप मशीन का अधिक प्रयोग करने लगे हैं। कपड़ा व्यापारी जनक राज अरोड़ा, जसविंदर सिंह अरोड़ा, गुरपाल सिंह पाली, विजय जोशी, अवतार सिंह ने बताया कि उनके पास आने वाले ग्राहकों में 20 फीसद लोग डिजिटल भुगतान को तरजीह देते है। पेट्रोल पंप पर भी स्वाइप मशीन अनिवार्य कर दी गई है। मोबाइल एप के माध्यम से भुगतान का चलन भी तेजी से बढ़ रहा है। अभिषेक कुमार, राणा खुल्लर, बलदेव राज चौधरी, ननू कपूर कहते हैं कि डिजिटल भुगतान करना काफी सरल है और लोग इसे अपना रहे हैं।

डिजिटल भुगतान करते सतर्कता बरतें लोग : एडवोकेट ठकुराल

एडवोकेट मनमोहन सिंह ठकुराल ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान वह खुद चार बार ट्रांजेक्शन करते हुए ठगी का शिकार बने। ऐसे दो दर्जन और मामले उनके ध्यान में आए हैं। डिजिटल भुगतान अच्छा और सुरक्षित है। परंतु कुछ हैकर और फ्रॉड करने वाले लोगों को ठगी का शिकार बना लेते हैं। लोगों को भुगतान करते समय सतर्क रहने की जरूरत है। डिजिटल भुगतान के प्रति विश्वास बढ़ा : प्रीतम सिंह

जिला लीड बैंक अफसर प्रीतम सिंह कहते हैं कि डिजिटल भुगतान के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ा है। इससे लूटपाट की घटनाओं पर भी अंकुश लग सकता है। आम तौर पर नगदी छीनने की वारदातें सामने आती हैं। अब तो छोटे दुकानदार भी स्वाइप मशीन से डिजिटल भुगतान को प्राथमिकता दे रहे है। युवा वर्ग भी मोबाइल पर विभिन्न एप डाउनलोड करके डिजिटल भुगतान को पहल दे रहा है। आने वाले समय में इसका चलन और बढ़ेगा।


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