जागरण प्रभाव : शहर के बाजारों व मोहल्लों में दो पहिया वाहनों की एंट्री बंद
राज्य सरकार द्वारा भले ही सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक कर्फ्यू में ढील दी जा रही है।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : राज्य सरकार द्वारा भले ही सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक कर्फ्यू में ढील दी जा रही है। परंतु जिले में राज्य सरकार के आदेश लागू नहीं होते। डीसी प्रदीप सभ्रवाल द्वारा यहां पर करीब दस दिन से सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक कर्फ्यू में ढील दी जा रही है। कुछ दिनों से शहर के चौक चौराहों और बाजारों में शारीरिक दूरी के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही थी। इस बारे में बुधवार को दैनिक जागरण द्वारा खबर प्रकाशित की गई। जिसके बाद सिविल और पुलिस प्रशासन हरकत में आया।
डीसी प्रदीप सभ्रवाल ने अधिकारियों की बैठक करते कहा कि शारीरिक दूरी के नियमों का पालन नहीं हुआ तो कर्फ्यू ढील पर पुन: विचार होगा। साथ ही पुलिस प्रशासन की भी डीसी सभ्रवाल द्वारा खिचाई की गई। असर यह हुआ कि सुबह सात बजे जब कर्फ्यू ढील के दौरान लोग घरों से बाहर निकले तो गली मोहल्लों के आगे व चौक चौराहों पर दो पहिया वाहनों की नो एंट्री हो चुकी थी। लोहे के पाइप लगाकर केवल पैदल चलने वाले लोगों लिए जगह छोड़ी गई।
डीएसपी सुच्चा सिंह बल्ल ने शहर का निरीक्षण करते कहा कि बिना वजह दो पहिया वाहन लेकर शहर में आने वाले लोगों पर सख्ती बरतने से शारीरिक दूरी के नियम का पालन होगा। उन्होंने कहा कि जरूरत मुताबिक ही लोगों को घरों से बाहर आना चाहिए।
डीसी सभ्रवाल ने कहा कि लोगों को चाहिए कि प्रशासन के आदेशों को सही तरह से पालन करते हुए खरीददारी करें।