गावों के खेत मजदूरों पर आर्थिक बोझ पड़ा : डॉ. दयाल
पंजाब खेत मजदूर सभा की विशाल कन्वेंशन हुई। इसका उद्घाटन सीपीआइ ने किया। इस दौरान मोदी सरकार की किसान विरोधी नीतियों पर रोष जताया।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : पंजाब खेत मजदूर सभा की विशाल कन्वेंशन हुई। इसका उद्घाटन सीपीआइ के राष्ट्रीय कौंसिल के सदस्य डॉ. जोगिंदर दयाल की ओर से किया गया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण आर्थिक मंदी बढ़ रही है। इससे बेरोजगारी बड़े स्तर पर बढ़ने के कारण गावों के खेत मजदूरों व कामगारों पर आर्थिक बोझ पड़ा है।
डॉ. दयाल ने कहा कि मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण एक फीसद लोगों के पास 99 फीसद आबादी जितनी आमदन हो गई है। भारत में गरीबी रेखा का 86वा स्थान है और गलत नीतियों के कारण बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है। सरकार गरीब लोगों को राहत देने की बजाय अमीरों को टैक्स में राहत प्रदान कर रही है और रिजर्व बैंक से जमा पूंजी निकलवा रही है। पंजाब में किसान ही आत्महत्याएं नहीं कर रहे, बल्कि खेत मजदूर भी खुदकुशी की तरफ जा रहे हैं। ऐसे हालात में गावों के खेत मजदूरों की आर्थिक व सामाजिक हालत सुधारने के लिए कन्वेंशन की जा रही है। पहली कन्वेशन तरनतारन में की गई है जबकि दूसरी मुक्तसर में 15 नवंबर को होगी। डॉ. दयाल ने कहा कि आने वाले समय में हस्ताक्षर मुहिम चलाई जाएगी।
अपने संबोधन में सीपीआइ की राष्ट्रीय कौंसिल के सदस्य हरदेव अर्शी ने कहा कि पंजाब सरकार लोगों से किए अपने वादों को पूरा नहीं कर रही। सरकार खेत मजदूरों की चुप्पी को उनकी कमजोरी न समझे। भारतीय खेत मजदूर यूनियन के महासचिव गुलजार सिंह गोरिया ने कहा कि श्री गुरु नानक देव जी ने किरत की अहमियत को पहचाना और पूरी मानव जाति की भलाई का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब में हस्ताक्षर मुहिम तेज की जाएगी। इसके माध्यम से सामाजिक भेदभाव के खिलाफ, अत्याचार रोकने के लिए सही नीति लागू करवाने, संविधान में दिए गए हकों की रक्षा के लिए, रोजगार की गारंटी, मनरेगा सही तरह से लागू करने, खाली पद भरने, विद्यार्थियों को समय पर वजीफा देने, 10-10 मरले के प्लाट, मकान बनाने लिए 3-3 लाख रुपये की ग्राट आदि मांगों को लेकर आवाज उठाई जाएगी।
पंजाब खेत मजदूर सभा की अध्यक्ष देवी कुमारी ने कहा कि पंजाब में खेत मजदूरों की मजबूत लहर बनाई जाएगी। इनके खिलाफ अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने जिले के सभी अधिकारियों से अपील की है कि वह खेत मजदूरों से संबंधित सभी स्कीमों को सही ढंग से लागू करें। सभा के सरपरस्त स्वर्ण सिंह नागोके ने कहा कि गाव नागोके, देलेवाल, ढोटिया कला व अन्य गावों में पहले मिले प्लाटों पर तुरंत कब्जे दिलाए जाएं।
इस मौके पर संतोख सिंह संघेड़ा, जोगिंदर सिंह वल्टोहा, उपासचिव सुखदेव सिंह कोट धर्मचंद, रछपाल सिंह, हीरा सिंह, मेजर सिंह दारापुर, सुखदेव सिंह भलाईपुर, लाल सिंह वल्टोहा, सतपाल कौर तरनतारन, बूटा सिंह ढोटिया, सतवंत सिंह सीतो, जसपाल सिंह चूसलेवड़, बलवीर सिंह रामपुर, जोगिंदर सिंह गगड़ेवाल, कुलविंदर सिंह गगड़ेवाल, धनवंत सिंह दारापुर आदि मौजूद थे।