नहीं चली डिपा की, कांग्रेस हाईकमान ने सिक्की पर तीसरी बार जताया विश्वास
कांग्रेस हाईकमान की ओर से जारी की गई दूसरी सूची में विधायक रमनजीत सिंह सिक्की पर खडूर साहिब से तीसरी बार भरोसा जताते उनको टिकट दी गई है।

जासं, तरनतारन : कांग्रेस हाईकमान की ओर से जारी की गई दूसरी सूची में विधायक रमनजीत सिंह सिक्की पर खडूर साहिब से तीसरी बार भरोसा जताते उनको टिकट दी गई है। सिक्की 2012 और 2017 में दो बार यहां से विधायक का चुनाव जीत चुके हैं। विधानसभा हलका खडूर साहिब से रमनजीत सिंह सिक्की की टिकट कटवाने के लिए कांग्रेस सांसद जसबीर सिंह डिपा ने कोई कसर नहीं छोड़ी, क्योंकि डिपा चाहते थे कि खडूर साहिब से उनका बेटे गुरसंत उपदेश सिंह गिल को चुनाव लड़ाया जाए। करीब दो सप्ताह से दिल्ली में डेरा लगाए बैठे डिपा ने जहरीली शराब का मामला उछालते हुए सिक्की को जहां कठहरे में खड़ा करने में कसर नहीं छोड़ी, वहीं हलके से गैरहाजिर रहने का मामला भी उठाया। आखिर हाईकमान ने सांसद जसबीर डिपा के दावे को दरकिनार करते हुए विधायक सिक्की पर तीसरी बार दांव खेला है। अब यहां पर त्रिकोणीय मुकाबला होगा। शिअद-बसपा से ब्रह्मपुरा मैदान में और आप से मनजिदर सिद्धू
शिअद-बसपा गठबंधन की ओर से पूर्व सांसद रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा को चुनाव मैदान में उतारा गया है। ब्रह्मपुरा विधानसभा हलका खडूर साहिब से विधायक बनकर बादल की सरकार में मंत्री बनते रहे हैं। इस बार भी उनका मुख्य मुकाबला रमनजीत सिक्की के साथ होगा। हालांकि आम आदमी पार्टी से मनजिदर सिंह सिद्धू भी टक्कर देने के लिए मैदान में हैं। सिद्धू को टिकट मिलने से गुरसेवक औलख नाराज
आप की तरफ से मनजिदर सिंह सिद्धू को चुनाव मैदान में उतारे जाने के बाद पार्टी के युवा चेहरे गुरसेवक सिंह औलख अभी शांत है। औलख आप की टिकट के मजबूत दावेदार थे, परंतु पार्टी ने मनजिदर सिद्धू को टिकट दी। सिद्धू के साथ औलख का छत्तीस का आंकड़ा है। हालांकि आप की केंद्रीय लीडरशिप की ओर से औलख को मनाने का प्रयास किया जा रहा है।
Edited By Jagran