चुनावी ड्यूटी के बहाने कर्मियों की फरलो, कौंसिल दफ्तर खाली
नगर कौंसिल कार्यालय में इन दिनों सन्नाटा पसरा हुआ है।

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन
नगर कौंसिल कार्यालय में इन दिनों सन्नाटा पसरा हुआ है। वहां के स्टाफ की चुनावी ड्यूटी है या फिर वह इस ड्यूटी का बहाना बनाकर फरलो मार रहे हैं, इस बाबत न तो नगर कौंसिल की ईओ कोई जवाब दे रही हैं और न ही कोई और जिम्मेदार अधिकारी। हालात ऐसे हैं कि कामकाज करवाने के लिए आ रहे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
दो दिन से नगर कौंसिल कार्यालय में विभिन्न विभागों से संबंधित अमला अपनी कुर्सी पर नजर नहीं आ रहा। कार्यालय में 30 के करीब कर्मचारी तैनात हैं। पर वे सीट पर नहीं मिलते। कार्यालय में केवल सेवादार ही तैनात है। उनका कहना है कि सारे स्टाफ की चुनावी ड्यूटी लगी है।
मकान का नक्शा पास करवाने के लिए दो माह से चक्कर काट रहे अश्वनी कुमार ने आरोप लगाते हुए कहा कि स्थानीय अमला कभी पैसे की मांग करता है तो कभी बहानेबाजी बनाता है। वहीं जगीर कौर कहती हैं कि घर का नक्शा पास करवाने के लिए सारे दस्तावेज दिए हुए हैं परंतु यह कहकर उनको वापस भेज दिया जाता है कि ईओ नहीं आ रहीं। इसी तरह वहां आए जगीर सिंह, केवल सिंह, बलराम कुमार ने बताया कि दो दिन से लगातार नगर कौंसिल कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। न तो ईओ के दर्शन होते हैं और न ही बाकी अमला कोई जवाब देता है। कार्यालय आए बलजीत सिंह, मंगल सिंह, केवल सिंह, राजबीर कौर, केवल कुमार कहते हैं कि स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत, प्रापर्टी टैक्स जमा करवाने, वाटर सप्लाई और सीवरेज की सप्लाई में दिक्कत की शिकायत लेकर दो दिन से आ रहे हैं। परंतु शिकायत दर्ज करने वाला यहां कोई भी नहीं है। मेरे पास रइया और बाबा बकाला का भी चार्ज: ईओ
नगर कौंसिल ईओ शरनजीत कौर से राबता किया तो उन्होंने जवाब दिया कि मेरे पास रइया और बाबा बकाला का भी चार्ज है। सोमवार और मंगलवार को तरनतारन कार्यालय नहीं आ पाई। आने वाले दिनों में चुनावी ड्यूटी भी लगेगी। मैं ओर कुछ नहीं कह सकती।
Edited By Jagran