सीमावर्ती क्षेत्रों पर नजर रखेगी पुलिस की 'तीसरी आंख'
तरनतारन जिले का 102 किलोमीटर का रकबा भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ जुड़ा हुआ है।
जासं, तरनतारन: तरनतारन जिले का 102 किलोमीटर का रकबा भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ जुड़ा हुआ है। थाना सराय अमानत खां के गांव नौशहरा ढाला व खेमकरण के गांव राम सिंह वाला के इस इलाके में बीएसएफ के तीन हेड क्वार्टर आते हैं, जिसके चलते सीमावर्ती क्षेत्र की चेकिंग अब सीसीटीवी कैमरों के हवाले होगी।
एसएसपी ध्रुमन एच निंबाले ने बताया कि अमरकोट, भिखीविंड, खेमकरण में बीएसएफ के तीन हेड क्वार्टर है, जबकि थाना वल्टोहा में आते बार्डर को बीएसएफ का फिरोजपुर हेड क्वार्टर कंवर करता है। कंटीली तार लगी होने के बावजूद पाक की ओर से घुसपैठ और समगलिंग की घटनाओं को अकसर अंजाम दिया जाता है। इसके चलते सेकेंड लाइन डिफेंस पर पक्के तौर पर सात नाके लगाए गए हैं। ये नाके नौशहरा ढाला, छीना बिधी चंद, खालड़ा, ठट्ठी जैमल सिंह, कलस, महेंदीपुर, मुठिट्यां वाला में लगाए गए हैं। डिफेंस ड्रेन के 22 पुलों पर लगाए गए पक्के नाके
समगलिंग की घटनाओं को रोकने लिए सीमा के साथ लगती डिफेंस ड्रेन पर कुल 22 पुलों की शिनाख्त करके वहां पर पक्के तौर पर (24 घंटे) नाके लगाए जा रहे हैं। एसएसपी ने बताया कि इन नाकों पर सीसीटीवी कैमरों की मदद से नजर रखी जाएगी। आधुनिक प्रकार के सीसीटीवी कैमरे रात को भी पूरी मूवमेंट को कैच करेंगे। इन कैमरों का डाटा एक माह तक सुरक्षित रखा जा सकता है। थाना सराय अमानत खां, खालड़ा, खेमकरण, वल्टोहा, सदर पट्टी में आने वाले डिफेंस ड्रेन के 22 पुलों की निगरानी आधुनिक ढंग से की जाएगी। इन नाकों की चेकिंग रोजाना डीएसपी रैंक के अधिकारी करेंगे।