सबसे आलसी व धोखेबाज सीएम साबित हुए कैप्टन अमरिदर : प्रो. वल्टोहा
। प्रो. विरसा सिंह वल्टोहा मंगलवार को नई अनाज मंडी में 27 फरवरी को होने जा रही अकाली दल की रैली के प्रबंधों का जायजा लेने पहुंचे।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : पंजाब के मुख्यमंत्रियों का जब भी नाम लिया जाएगा तो कैप्टन अमरिदर सिंह का नाम सबसे आलसी व धोखेबाज मुख्यमंत्री के तौर पर जाना जाएगा। तीन वर्ष के कार्यकाल में जो मुख्यमंत्री तीन बार भी सार्वजनिक तौर पर न देखा गया हो उससे न तो प्रदेश को कोई उम्मीद रहती है और न ही लोगों में उसकी कोई पहचान होती है। यह कहना है शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रवक्ता प्रो. विरसा सिंह वल्टोहा का।
वल्टोहा मंगलवार को नई अनाज मंडी में 27 फरवरी को होने जा रही अकाली दल की रैली के प्रबंधों का जायजा लेने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि सरकार बनाने से पहले कैप्टन अमरिदर सिंह ने श्री गुटका साहिब हाथ में लेकर राज्य से नशा खत्म करने की बात कहकर लोगों को गुमराह किया था। बेअदबी के मामले पर शिअद को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। परंतु प्रदेश के लोग जान चुके हैं कि कांग्रेस पार्टी पर कभी विश्वास नहीं करना चाहिए। वल्टोहा ने कहा कि कैप्टन सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ 27 फरवरी को शिअद की रैली ऐतिहासिक साबित होगी।
इस रैली में पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल, पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया समेत अकाली-भाजपा गठबंधन की लीडरशिप भाग लेगी। इस मौके पर सीपीएस हरमीत सिंह संधू, एसजीपीसी के पूर्व कार्यवाहक अध्यक्ष अलविंदरपाल सिंह पखोके, गुरिदर सिंह टोनी, दलबीर सिंह जहांगीर, कुलदीप सिंह औलख, रमनदीप सिंह भरोवाल, मनोज कुमार टिम्मा, गुरसेवक सिंह शेख, भूपिंदर सिंह खेड़ा, सरबजीत सिंह लाली, सरबरिदर सिंह भरोवाल, जसबीर सिंह मिंटू, कंवलजीत सिंह मुरादपुरा, यादविंदर सिंह यादू, नवरूप सिंह संधावालिया, सरबजीत सिंह भुल्लर, दीपक कैरों, सूरज शर्मा, हरजीत सिंह बलेर, अमरीक सिंह पखोके, बलदेव सिंह पंडोरी, गुरप्रीत सिंह खैहरा, हरप्रीत सिंह भीता, अमनिंदर सिंह नीना, जब्बर सिंह भी मौजूद थे।