भ्रष्ट पंचायत सचिव सुशील कुमार एक दिन के रिमांड पर
पांच हजार की रिश्वत लेते हुए विजिलेंस की ओर से शनिवार को पंचायत सचिव सुशील कुमार को काबू किया गया था।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : नगर सुधार ट्रस्ट चेयरमैन हरजिदर सिंह ढिल्लों के बेटे जगजीत सिंह ढिल्लों से पांच हजार की रिश्वत लेते हुए विजिलेंस की ओर से शनिवार को पंचायत सचिव सुशील कुमार को काबू किया गया था। रविवार को उसे अदालत में पेश करके एक दिन का पुलिस रिमांड लिया गया। इस दौरान आरोपित के खिलाफ भ्रष्टाचार की कई शिकायतें आने लगी हैं।
पंचायत सचिव सुशील कुमार के खिलाफ गांव कोटली के निर्मल सिंह ने शिकायत देते हुए विजिलेंस को बताया है कि गांव में पूर्व अकाली सरकार के दौरान 35 लाख की जारी हुई ग्रांट का यूजिग सर्टिफिकेट (यूसी) जारी करने में पंचायत सचिव सुशील कुमार ने देरी नहीं लगाई थी। जबकि उक्त ग्रांट गांव के विकास पर खर्च ही नहीं हुई। मौजूदा विधायक डा. धर्मबीर अग्निहोत्री की ओर से गांव के विकास लिए आठ लाख की राशि दी गई। सरपंच के पास कोरम पूरा न रहने के कारण वहां पर प्रबंधक लगा दिया गया। बतौर प्रबंधक सुशील कुमार ने गांव के पूर्व अकाली सरपंच के नाम पर 96 हजार का चेक जारी कर दिया। इतना ही नहीं गांव मलिया के विकास के लिए सरकार द्वारा जारी ग्रांटों में भी घोटाला करने के आरोप सामने आए है। विजिलेंस ब्यूरो के डीएसपी हरजिदर सिंह ने बताया कि आरोपित को स्थानीय अदालत में पेश करके एक दिन के रिमांड पर लिया गया है।