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सिविल अस्पताल पहुंचे एडीसी ने डोप टेस्ट का रिकॉर्ड कब्जे में लिया

पंजाब पुलिस के मुलाजिमों के डोप टेस्ट फर्जीवाड़े की जांच कर रहे एडीसी (जनरल) संदीप कुमार (आइएएस) शुक्रवार को सिविल अस्पताल पहुंचे।

By JagranEdited By: Published: Fri, 13 Dec 2019 07:25 PM (IST)Updated: Sat, 14 Dec 2019 06:14 AM (IST)
सिविल अस्पताल पहुंचे एडीसी ने डोप टेस्ट का रिकॉर्ड कब्जे में लिया
सिविल अस्पताल पहुंचे एडीसी ने डोप टेस्ट का रिकॉर्ड कब्जे में लिया

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : पंजाब पुलिस के मुलाजिमों के डोप टेस्ट फर्जीवाड़े की जांच कर रहे एडीसी (जनरल) संदीप कुमार (आइएएस) शुक्रवार को सिविल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने डोप टेस्ट के रिकॉर्ड को कब्जे में लेकर स्टाफ के बयान दर्ज किए।

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पंजाब पुलिस मुलाजिमों के सिविल अस्पताल तरनतारन से डोप टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। इसके बाद एसएसपी ध्रुव दहिया ने संदेह प्रकट करने पर उक्त मुलाजिमों के अमृतसर अस्पताल से डोप टेस्ट करवाए गए। रिपोर्ट पॉजीटिव पाए जाने पर सेहत विभाग और पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया था। यह मामला दैनिक जागरण ने प्रमुखता से उठाया था।

डिप्टी कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल ने डोप टेस्ट मामले की जांच के आदेश देते 19 नवंबर को एडीसी (जनरल) संदीप कुमार की अगुवाई वाली टीम का गठन किया था। एडीसी संदीप कुमार ने जांच शुरू की ही थी कि उनको ट्रेनिंग के लिए चंडीगढ़ जाना पड़ा था। शुक्रवार को ड्यूटी पर लौटे एडीसी संदीप कुमार ने सिविल अस्पताल, तरनतारन में छापेमारी की। इस दौरान उन्होंने एसएमओ डॉ. इंद्रमोहन गुप्ता से डोप टेस्ट प्रक्रिया की जानकारी ली। साथ ही उन्होंने डोप टेस्ट के लिए लगाए सीसीटीवी जांचे। करीब आधा घंटा उन्होंने अस्पताल में तैनात अमले से कुछ रिकॉर्ड कब्जे में ले लिया। डोप टेस्ट की निगरानी करने वाले डॉक्टर रेखा राणा, डॉ. केडी सिंह के अलावा फार्मासिस्ट के बयान दर्ज किए। एडीसी संदीप कुमार ने बताया कि जांच शीघ्र मुकम्मल होने वाली है, जिसकी रिपोर्ट डीसी प्रदीप सभ्रवाल को सौंपी जाएगी।

पहले लाइन हाजिर किया, फिर दिखाया बाहरी जिले के रास्ता

जिले से संबंधित डेढ़ दर्जन के करीब पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर करके जिले से बाहर बदल दिया गया था, इनमें एसआइ रैंक का एक अधिकारी, एएसआइ रैंक के दो अधिकारियों के अलावा थाना सिटी, थाना खेमकरण के मुंशी भी शामिल थे। हालांकि डोप टेस्ट मामले में सिविल अस्पताल तरनतारन के साथ सिविल अस्पताल पट्टी भी आती है, लेकिन अभी तक किसी भी जांच अधिकारी ने पंट्टी अस्पताल का रुख नहीं किया। उधर, पुलिस विभाग में शामिल ऐसे ओर कर्मियों का पता लगाया जा रहा है जो नशे की लत का शिकार हो चुके हैं।

कानूनी कार्रवाई लिए पुलिस तैयार : एसएसपी

एसएसपी ध्रुव दहिया ने बताया कि पुलिस कर्मियों के डोप टेस्ट मामले में उन्होंने डीसी प्रदीप सभ्रवाल को पत्र लिखकर जांच की मांग की थी। जांच रिपोर्ट के बाद कानूनी कार्रवाई लिए पुलिस पूरी तरह से तैयार है। पुलिस कर्मियों के डोप टेस्ट की रिपोर्ट सिविल अस्पताल तरनतारन और सिविल अस्पताल अमृतसर से अलग आना कई प्रकार के संदेह पैदा करता है।

जांच रिपोर्ट आते ही होगी कार्रवाई : डीसी

डीसी प्रदीप सभ्रवाल का कहना है कि डोप टेस्ट मामले में एडीसी (जनरल) संदीप कुमार की ओर से बारीकी से जांच की जा रही है। जांच में अस्पताल के स्टाफ को भी शामिल किया गया है। जांच मुकम्मल होने वाली है। जांच रिपोर्ट में जो भी आरोपित पाया जाएगा, उसके विरुद्ध कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। क्योंकि प्रदेश सरकार की ओर से नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान को सफल बनाना है।


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