दंपती की हत्या करने वालों का पांचवें दिन भी नहीं लगा सुराग
गांव चंबा कलां में 60 वर्षीय बुजुर्ग हरभजन सिंह और उनकी पत्नी परमजीत कौर की हत्या करने वालों का पांच दिन बाद भी सुराग नहीं लगा है।
जासं, तरनतारन : विधानसभा हलका खडूर साहिब के गांव चंबा कलां में 60 वर्षीय बुजुर्ग हरभजन सिंह और उनकी पत्नी परमजीत कौर की हत्या करने वालों का पांच दिन बाद भी सुराग नहीं लगा है। आरोपित आखिर कौन हैं और इस हत्या के पीछे वजह क्या थी, यह अभी तक पता नहीं चला है। पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं। इससे मृतकों के स्वजनों में निराशा है।
12 अगस्त की रात को गांव चंबा कलां के खेतों में बनाए मकान में रहते हरभजन व परमजीत कौर को अज्ञात लोगों ने तेजधार हथियारों से मौत के घाट उतार दिया था। बेटी बलजीत कौर के बयानों पर थाना गोइंदवाल साहिब में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी थी। सूत्रों की मानें तो पुलिस ने जांच के दौरान गांव से संबंधित तीन लोगों को राउंडअप किया है। इनमें एक महिला भी शामिल है। हालांकि डबल मर्डर मामले के तार फिरौती देकर हत्या करवाने के मामले से भी जोड़े जा रहे हैं। परिवार ने उठाए पुलिस की कारगुजारी पर सवाल
हरभजन सिंह की बेटी बलजीत कौर, दामाद सिमरजीत सिंह, रिश्तेदार मनदीप सिंह, निरवैल सिंह, रजवंत कौर, गुरलगनजीत सिंह, चरनजीत सिंह ने आरोप लगाया कि पुलिस की ओर से अब तक आरोपितों का सुराग न लगाना कई प्रकार के संदेह पैदा करता है। वह जब भी पुलिस थाने में जाते है तो जवाब मिलता है कि पुलिस अपनी कार्रवाई कर रही है। बेटी-दामाद ने बताया कि यह कत्ल किसी निजी रंजिश का नतीजा हो सकता है। परंतु ऐसा लगता है कि जैसे पुलिस किसी दबाव के चलते जांच को दबा रही है या फिर जानबूझकर जांच को ठंडे बस्ते में डाला जा रहा है। पुलिस विभिन्न पहलुओं पर कर रही जांच
सब डिवीजन गोइंदवाल साहिब के डीएसपी सतिदर चड्ढा कहते है कि मैंने खुद मौका ए वारदात पर जाकर घटनाक्रम का पूरी तरह से जायजा लिया था। बुजुर्ग दंपती की हत्या करने वाले कौन थे, इसका पता लगाने के लिए थाना प्रभारी इंस्पेक्टर नवदीप सिंह की ओर से विभिन्न पहलुओं पर जांच की जा रही है। डीएसपी चड्ढा कहते हैं कि पुलिस नहीं चाहती कि किसी बेगुनाह को जेल भेजा जाए। इसीलिए तसल्ली से जांच की जा रही है। आरोपितों को जल्द काबू कर लिया जाएगा।