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अस्पताल में बच्चे की मौत, भड़के परिजन

जागरण संवाददाता, तरनतारन : उल्टी व दस्त की शिकायत के कारण शहर के अर्जन अस्पताल में भर्ती करवाए

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Mar 2018 02:57 AM (IST)Updated: Thu, 15 Mar 2018 02:57 AM (IST)
अस्पताल में बच्चे की मौत, भड़के परिजन
अस्पताल में बच्चे की मौत, भड़के परिजन

जागरण संवाददाता, तरनतारन : उल्टी व दस्त की शिकायत के कारण शहर के अर्जन अस्पताल में भर्ती करवाए दो वर्षीय मासूम माणक नामक बच्चे की इलाज दौरान मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टर पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।

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मोहल्ला गोकलपुरा निवासी नरिंदर कुमार का 2 वर्षीय लड़का माणक रविवार को बीमार हो गया। परिजनों द्वारा उसे शहर के मोहल्ला बाग शाह स्थित अर्जन अस्पताल में भर्ती करवाया।

दो दिन तक अस्पताल में माणक के विभिन्न टेस्ट करवाए गए जो कि नार्मल रहे। मंगलवार की रात माणक की तबीयत बिगड़ गई। इस दौरान डॉक्टर ने उसे इंजेक्शन लगाया। इंजेक्शन लगने के बाद माणक के शरीर का रंग नीला पड़ गया।

बच्चे के पिता नरिंदर कुमार ने बताया कि उक्त डॉक्टर द्वारा कहा गया कि बच्चे की तबीयत खराब है। उसका यहा पर इलाज संभव नहीं। फिर डॉक्टर ने आधी रात को अमृतसर के केडी अस्पताल से एंबुलेंस मंगवा ली। केडी अस्पताल में करीब 3 बजकर 50 मिनट पर माणक को मृतक घोषित किया गया। जिसके बाद माणक का शव लेकर परिजन तरनतारन के अर्जन अस्पताल पहुंचे और नारेबाजी की। इस मौके सुखविंदर कौर, अवतार शर्मा, विशाल कुमार, सतीश कुमार, जीत सिंह, रिंकू जोशी, सन्नी शर्मा, निरवैल सिंह ने आरोप लगाया कि उक्त अस्पताल की लापरवाही कारण मासूम बच्चे की मौत हुई है। रैफर करते समय ट्रीटमेंट स्लिप नहीं दी गई

बजरंग दल के जिला अध्यक्ष सतीश कुमार ने कहा कि माणक को अर्जन अस्पताल से केडी अस्पताल रैफर करते समय ट्रीटमेंट स्लिप नहीं दी गई। जो अस्पताल की बड़ी लापरवाही है। उन्होंने कहा कि मासूम को गलत इंजेक्श्न देने कारण उसकी मौत हुई है। अगर पुलिस ने इस मामले में कानूनी कार्रवाई करते ढील बरती तो प्रशासन खिलाफ भी संघर्ष भी किया जाएगा। लापरवाही नहीं हुई, बच्चे की मौत का अफसोस है: प्रभप्रीत

अर्जन अस्पताल की डॉ. प्रभप्रीत कौर का कहना है कि अस्पताल में माणक का सही ढंग से इलाज किया गया। दस्त की शिकायत से उसे निजात नहीं मिल रही थी फिर भी डॉक्टरों ने इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ी। माणक को आधी रात केडी अस्पताल में भेजने से पहले परिवार से रजामंदी ली गई थी। ट्रीटमेंट स्लिप के बाबत उन्होंने कहा कि केडी अस्पताल के डॉक्टरों को सूचित करते ही बच्चे को रैफर किया गया था। उन्होंने कहा कि माणक की मौत का उनको बेहद अफसोस है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्रवाई : डीएसपी

डीएसपी सतनाम सिंह ने कहा कि नरिंदर कुमार की लिखित शिकायत के आधार पर थाना सिटी के प्रभारी मनजिंदर सिंह द्वारा एएसआइ कृपाल सिंह की जांच लिए ड्यूटी लगाई गई है। पुलिस ने फिलहाल धारा 174 के तहत सिविल अस्पताल से माणक का पोस्टमार्टम करवाया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मौत की वजह का खुलासा होगा। अगर रिपोर्ट में अस्पताल की लापरवाही पाई गई तो फौरी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।


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