उद्योगों के लिए आगामी बजट में रखेंगे पांच गुणा राशि आरक्षित : सोनी
पंजाब के उपमुख्यमंत्री ओपी सोनी ने जिला संगरूर औद्योगिक चैंबर व पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल से सांझी जनरल बैठक की।
संवाद सहयोगी, धूरी (संगरूर)
पंजाब के उपमुख्यमंत्री ओपी सोनी ने जिला संगरूर औद्योगिक चैंबर व पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल से सांझी जनरल बैठक की। बैठक में बड़ी संख्या में व्यापारी व चैंबर से संबंधित उद्योगपति शामिल हुए।
बैठक को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री ओपी सोनी ने कहा कि पंजाब की कांग्रेस सरकार ने पांच वर्ष पहले लोगों से किए 90 प्रतिशत वादे पूरे कर दिए हैं। बाकी दस प्रतिशत वादों को जल्द पूरा किया जाएगा। 1965 व 1971 की भारत पाक जंग, आतंकवाद के समय व कोरोनाकाल के दौरान पंजाब के व्यापार व कारोबारियों को नुकसान झेलना पड़ा है। ऐसे में सरकार की कोशिश है कि बेरोजगारी को खत्म कर व्यापार को प्रफुल्लित किया जाए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पड़ोसी राज्यों को कर में छूट देने से पंजाब के उद्योगों को दूसरे राज्यों में पलायन करना पड़ा इसलिए पंजाब सरकार उद्योग को उत्साहित करने के लिए आगामी बजट में मौजूदा राशि से पांच गुना अधिक राशि आरक्षित करेगी। व्यापार मंडल द्वारा श्री अमृतसर साहिब में व्यापार भवन बनाने की मांग पर कहा कि अमृतसर में जल्द व्यापार भवन बनाया जाएगा। जबकि पंजाब विकास सेशन पर कैबिनेट में विचार किया जाएगा।
पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के प्रधान प्यारा लाल ने कहा कि केंद्र सरकार से मांगें पूरी करवाने के लिए व्यापारियों व कारोबारियों को एक मंच पर आने की जरूरत है। उन्होंने मांग की कि पंजाब में उद्योगों की बेहतरी के लिए पांच हजार करोड़ रुपये का बजट आरक्षित किया जाए, केंद्र की तर्ज पर उद्योगों के लिए पानी की दरें कम की जाए। जिला औद्योगिक चैंबर के चेयरमैन एआर शर्मा ने कहा कि बीमार पड़े उद्योग को स्वस्थ्य करने की सख्त जरूरत है। विधायक दलवीर सिंह गोल्डी ने महामारी दौरान व्यापारियों के सहयोग की प्रशंसा की र्गइ। औद्योगिक चैंबर के ब्लॉक प्रधान संजीव गोयल ने मुख्य अतिथि का धन्यवाद किया। आखिर में ओपी सोनी को विभिन्न संगठनों ने ज्ञापन सौंपे। इस मौके डीसी रामवीर संगरूर, एसएसपी स्वपन शर्मा, संगरूर जिला इंडस्ट्रियल चैंबर के प्रधान घनश्याम कांसल, व्यापार मंडल में प्रांतीय सचिव सुनील जैन, राइसिला के डायरेक्टर विजय गोयल, व्यापार मंडल धूरी के प्रधान विकास जैन सहित जिले के सभी मंडलों से व्यापारी मौजूद थे।