पंचायती जमीनें बचाने के लिए ग्रामीण हुए लामबंद
दिड़बा (संगरूर) गांव बचाओ पंजाब बचाओ मुहिम के तहत प्रयास शुरू किया।
जेएनएन, दिड़बा (संगरूर):
'गांव बचाओ, पंजाब बचाओ' मुहिम के तहत 18 जनवरी को संगरूर में गांवों की शामलात जमीनों को बचाने के लिए किए जा रहे सेमिनार की तैयारी संबंधी दिड़बा ब्लॉक के गुजरां, खनाल व जनाल गांव में लोगों को लामबंद किया गया। मुहिम के नेता करनैल सिंह जखेपल, इंटरनेशनल डेमोक्रेटिक प्लेटफार्म के राज्य सचिव त्रिलोचन सिंह सूलरघराट ने कहा कि पंजाब सरकार गांवों की पंचायती जमीन हड़पने के लिए विलेज कामन लैंड रेगुलेशन में संशोधन कर शामलाट जमीनों को पंजाब लघु उद्योग व निर्यात निगम को देने का फैसला कर चुकी है। इसका सीधा असर गरीब दलितों पर पड़ेगा, क्योंकि दलित वर्ग पंचायती जमीनों को ठेके पर लेकर अपने परिवार का पोषण कर रहे हैं। अगर उनसे जमीनें छीन ली गई तो उनके परिवार सड़क पर आए जाएंगे। पंचायती जमीनों को बचाने के लिए ग्राम सभा के इजलास में जमीन न देने का प्रस्ताव पास कर ही बचाया जा सकता है। इसके लिए गांवों में जाकर लोगों को जमीन बचाने के लिए इकट्ठा किया जा रहा है।