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बरसात में काले चोले पहनकर सड़कों पर उतरे बेरोजगार अध्यापक

जागरण संवाददाता संगरूर राष्ट्रीय शिक्षक दिवस पर टीईटी पास बेरोजगार बीएड अध्यापक यूनिय ने प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 05 Sep 2020 05:01 PM (IST)Updated: Sat, 05 Sep 2020 05:01 PM (IST)
बरसात में काले चोले पहनकर सड़कों पर उतरे बेरोजगार अध्यापक
बरसात में काले चोले पहनकर सड़कों पर उतरे बेरोजगार अध्यापक

जागरण संवाददाता, संगरूर :

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राष्ट्रीय शिक्षक दिवस पर टीईटी पास बेरोजगार बीएड अध्यापक यूनियन ने शिक्षामंत्री विजयइंद्र सिगला के शहर संगरूर में बारिश के बीच काले चोले पहनकर व काली पट्टी बांधकर केंद्र व पंजाब सरकार की शिक्षा विरोधी नीति के खिलाफ रोष मार्च किया। जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स से आरंभ हुआ रोष मार्च शहर के बाजार, बीएसएनएल पार्क रोड, बरनाला कैचियां महावीर चौक में पहुंचकर संपन्न हुआ। रोष मार्च दौरान बेरोजगार अध्यापकों ने केंद्र व पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली।

यूनियन के राज्य प्रधान सुखविदर सिंह ढिलवां, प्रेस सचिव रणदीप संगतपुरा, वित्त सचिव नवजीवन सिंह, सोशल मीडिया इंचार्ज संदीप गिल, ने कहा कि पंजाब के सरकारी स्कूलों में करीब तीन लाख नए दाखिले हो चुके हैं। ऐसे में पहले से ही पंद्रह हजार से अधिक मास्टर काडर के पद खाली पड़े हैं। छात्रों की संख्या बढ़ने से यह आंकड़ा और बढ़ जाएगा।

इसलिए शिक्षा विभाग द्वारा बार्डर एरिया के तहत निकाली 3282 पदों में बढ़ोतरी कर मास्टर काडर की समाजिक शिक्षा की 54 पदों को बढ़ाकर तीन हजार, पंजाबी की 62 को बढ़ाकर 2500, हिदी की 52 से दो हजार की जानी चाहिए। उन्होंने संस्कृति व ड्राइंग विषय के पद भी निकालने, भर्ती की आयु सीमा 37 से बढ़ाकर 42 वर्ष करने, बार्डर एरिया योजना रद करने की माग की, क्योंकि यह तीन वर्षों के परख काल दौरान नवनियुक्त अध्यापकों का आर्थिक व मानसिक शोषण है। जब तक उम्मीदवारों की नियुक्ति नहीं होती तब तक चुनावों के समय किए वादे मुताबिक ढाई हजार रुपये बेरोजगारी भत्ता दिया जाना चाहिए। साथ ही निजी स्कूलों को अध्यापकों का पूरा वेतन समय पर जारी किया जाए। उन्होंने केंद्र की नई शिक्षा नीति रद करने की मांग की।

प्रांतीय प्रधान ढिलवां ने कहा कि सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में प्रिसिपल, लेक्चररों, मुख्य अध्यापकों, मास्टरों, कोकेशनल अध्यापकों, वर्नकुलर अध्यापकों क हजारों पद खाली हैं, लेकिन 50 हजार बेरोजगार टीईटी पास बीएड अध्यापकों को नौकरी हासिल करने हेतु सड़कों पर प्रदर्शन करना पड़ रहा हैं। भर्ती न होने से इनमें से दो हजार टीईटी पास अध्यापक ओवरएज हो चुके हैं, जबकि दस हजार अध्यापकों द्वारा पास की टीईटी की वैद्यता खत्म होने वाली है। उन्होंने कहा कि एससी छात्रों के वजीफे मंत्री ने हड़प कर लिए। उन्होंने कहा कि जब तक अध्यापकों को उनका हक नहीं मिल जाता, तब तक संघर्ष लगातार जारी रहेगा। इस मौके पर राज्य कमेटी सदस्य रणबीर सिंह, तेजिदर सिंह, मनजीत कौर, युद्धजीत सिंह सहित बेरोजगार अध्यापक उपस्थित थे।


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