बेरोजगार अध्यापकों ने संगरूर-लुधियाना मार्ग छह घंटे रखा बंद
संवाद सहयोगी संगरूर टीईटी पास बेरोजगार अध्यापकों द्वारा अध्यापक भर्ती सहित अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन।
संवाद सहयोगी, संगरूर : चार सितंबर से शिक्षामंत्री के हलका संगरूर में रोजगार प्राप्ति के लिए पक्के मोर्चे पर बैठे बेरोजगार अध्यापक संगठनों ने रविवार को फिर सरकार के खिलाफ संघर्ष को तेज करते हुए संगरूर-लुधियाना रोड पर जाम लगा दिया। धूरी के समीप बबनपुर नहर पर धरना लगाकर अनिश्चितकालीन समय के लिए मोर्चा लगाने का एलान किया।
करीब छह घंटे तक चले इस पक्के मोर्चे के कारण आवागमन को बारी परेशानियों का सामना करना पड़ा, वहीं पुलिस व बेरोजगार अध्यापकों के बीच हल्की धक्का-मुक्की भी हुई। बेशक आज संगरूर में कैबिनेट मंत्री की कोठी के घेराव का करने का एलान बेरोजगार अध्यापकों द्वारा किया गया था, लेकिन बेरोजगार अध्यापक संगरूर की बजाए प्रदर्शन करने के लिए धूरी पहुंच गए। देर शाम को एसडीएम मोहम्मद लतीफ अहमद ने लिखित तौर पर 10 फरवरी को चंडीगढ़ में बेरोजगार अध्यापकों की मांगों संबंधी पैनल बैठक का भरोसा दिलाकर धरना समाप्त करवाया। धरने दौरान टीईटी पास बेरोजगार बीएड अध्यापक व टीईटी पास बेरोजगार ईटीटी अध्यापक यूनियन की अगुआई में बेरोजगार अध्यापकों ने कैबिनेट मंत्री विजयइंद्र सिगला द्वारा मांगों को पूरा न करने के रोष में पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इस मौके पर बेरोजगार ईटीटी अध्यापक यूनियन के प्रधान दीपक कंबोज व बीएड बेरोजगार अध्यापक यूनियन के प्रधान सुखविदर सिंह ढिलवां ने कहा के सरकार ईटीटी पास अध्यापकों के लिए 500 व बीएड पास के लिए 2182 पदों पर भर्ती की प्रवानगी दे रही है। यह बेरोजगार अध्यापकों से सरासर मजाक है। पंजाब में करीब 15 हजार ईटीटी व 50 हजार बीएड टीईटी पास बेरोजगार अध्यापक हैं। प्रांत के सरकारी स्कूलों में अध्यापकों के हजारों पद रिक्त पड़े हैं। इसलिए इतने कम अध्यापकों की भर्ती का नोटिफिकेशन जारी करना मात्र रुपए बटोरने व बेरोजगार अध्यापकों के संघर्ष को समाप्त करने की नीति है। पंजाब के बेरोजगार अध्यापक इस फैसले का कड़ा विरोध करते हुए मांग करते की कि पदों की गिनती में बढ़ोतरी करते हुए सरकारी स्कूलों में रिक्त पड़े कुल पदों को भरने के लिए ईटीटी के 12 हजार पद व टीईटी पास बीएड अध्यापकों के 15 हजार पदों पर जल्द भर्ती विज्ञापन जारी किया जाए। टीईटी पास करने के बाद भी हजारों उम्मीदवार नौकरी का इंतजार करते अपनी आयु सीमा भी गवां चुके हैं इसलिए सरकार नौकरी हासिल करने की आयु सीमा में भी बढ़ोतरी करे। इसके अलावा बैकलॉग ईटीटी के 595, 161 व बैकलाग बीएड के 90 पदों का हल करने की मांग की। साथ ही सरकार ईटीटी अध्यापकों की नौकरी के लिए 55 फीसद वाली शर्त को हटाए जाने के नोटीफिकेशन की कापी उन्हें देने, प्रांत में रिक्त पड़े अध्यापकों के 30 हजार पदों को तुरंत भरा जाने की मांग की। प्रदर्शन में यूनियन की कार्यकर्ता गुरजीत कौर खेड़ी, संदीप सामा, मेघराज, कुलदीप सिंह, हरदीप सिंह टोडरपुर, बिक्कर सिंह हथोया, गुरविदर सिंह, बलजीत सिंह, स्वर्णजीत सिंह, दसौंधा सिंह सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।