आज मोती महल का घेराव करेंगे बेरोजगार अध्यापक
संगरूर 4 सितंबर से रोजगार की मांग को लेकर सुनामी गेट के पास संघर्ष कर रहे हैँ बेरोजगार अध्यापक।
संवाद सहयोगी, संगरूर :
चार सितंबर से रोजगार की मांग को लेकर सुनामी गेट पानी की टंकी के समीप संघर्ष कर रहे बेरोजगार ईटीटी टीईटी पास अध्यापक अपनी मांगों को लेकर लगातार संघर्ष पर डटे हुए हैं। बेरोजगार अध्यापकों ने प्राइमरी स्कूलों में रिक्त पड़े पदों को जल्द भरने, ईटीटी व टीईटी पास अध्यापकों पर टीईटी के अलावा अन्य परीक्षा की शर्त रद करने, नौकरी के लिए अप्लाई करने की आयु सीमा 37 से 42 वर्ष करने की मांग की।
यूनियन के प्रांतीय प्रधान दीपक कंबोज ने कहा कि सरकार द्वारा 1664 पदों के लिए भर्तियां निकाली गई हैं, लेकिन यह सरासर मजाक है। सरकार 58 साल के मुलाजिमों को सेवामुक्त करके पदों को खाली कर रही है। दूसरी तरफ रोजगार की मांग को लेकर संगरूर में पक्के मोर्चे पर बैठे ईटीटी टीईटी पास अध्यापकों को रोजगार देने की जगह उनके लिए नाममात्र के पदों की भर्ती का फैसले करके उनसे मजाक कर रही है। पंजाब में 12 हजार पद खाली पड़े हैं व 14 हजार 136 टीईटी पास अध्यापक हैं। पूरे पंजाब में प्राइमरी अध्यापकों के पद खाली पड़े हैं, परंतु सरकार द्वारा केवल सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए ही पदों की भर्ती की गई है। सरकार द्वारा बेरोजगारों के लिए सरासर धक्का किया जा रहा है। बेरोजगार अध्यापकों पर टीईटी के बाद अलग से विषय परीक्षा की शर्त रख दी है। सरकार सरकारी स्कूलों के निजीकरण की तरफ तेजी से आगे बढ़ रही है। पंजाब सरकार सरकारी स्कूलों को बंद करके सरकारी शिक्षा नीति प्राईवेट स्कूलों के हाथों में देना चाहती है। मांगे को पूरा करवाने के लिए आठ मार्च को मोती महल का घेराव करेंगे। इस मौके पर प्रांतीय उपप्रधान संदीप सामा, प्रेस सचिव दीप बनारसी, राज कुमार मानसा, लवप्रीत बठिडा व मनी संगरूर उपस्थित थे।