पक्के मोर्चे पर डटे बेरोजगार अध्यापकों को पैनल बैठक से आस
संगरूर बेरोजगारर् इटीटी र्टीइटी पास अध्यापक यूनियन की अगुआई में रोजगार प्राप्ति के लिए संघर्ष करेगा।
संवाद सहयोगी, संगरूर :
बेरोजगार ईटीटी व टीईटी पास अध्यापक यूनियन की अगुआई में रोजगार प्राप्ति के लिए सितंबर माह से सुनाम रोड पर टंकी की टंकी के नीचे लगातार पक्के धरने पर डटे हुए हैं। दस फरवरी को एसडीएम धूरी ने शिक्षा मंत्री से पैनल बैठक कर भरोसा दिलाया है। अगर बैठक में मांगों प्रति कोई हल न निकला तो फिर गुप्त एक्शन लिया जाएगा, जिसकी जिम्मेदार पंजाब सरकार की होगी। बेरोजगार ईटीटी टीईटी पास अध्यापक यूनियन के प्रधान दीपक कंबोज ने कहा कि पांच महीने गुजर जाने के बाद भी सरकार गूंगी बहरी बनी हुई है। बेरोजगार अध्यापकों की आवाज को सुनने को तैयार नहीं है। शिक्षा मंत्री व अन्य मंत्री दिल्ली में वोट मांगने के लिए रोजगार व अन्य दूसरी सुविधाओं का प्रचार कर रहे हैं, लेकिन पंजाब में रोजगार के लिए दावेदार टंकी पर चढ़ने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि ईटीटी उम्मीदवारों के लिए 500 व बीएड के लिए 2182 पदों की मंजूरी बेरोजगार अध्यापकों से घिनौना मजाक है, क्योंकि पंजाब में करीब 15 हजार ईटीटी व 50 हजार बीएड टीईटी पास उम्मीदवार हैं। इसलिए तिगुनी भर्ती का प्रस्ताव महज खजाना भरने के लिए किया गया है। उन्होंने मांग की कि पदों की संख्या बढ़ाकर सरकारी स्कूलों में खाली पड़ी कुल पदों को भरने के लिए ईटीटी की 12 हजार व बीएड की 15 हजार पदों के लिए विज्ञापन जारी किया जाना चाहिए। इसके अलावा टीईटी पास करने के बावजूद हजारों उमीदवारें उम्र सीमा गुजार चुके हैं। इसलिए उनकी उम्र सीमा 37 से बढ़ाकर 42 वर्ष करने, बैकलॉग ईटीटी की 595, 161 व बैकलॉग बीएड की 90 पदों का हल करने, अध्यापक भर्ती संबंधी कैबिनेट द्वारा ईटीटी उम्मीदवारों के लिए हटाई ग्रेजुएशन व बीएड के लिए हर्टाइ 55 फीसद अंकों की शर्त संबंधी नोटिफिकेशन की कापी यूनियन को देने, पंजाब के सरकारी स्कूलों में खाली पड़ी करीब तीस हजार पद भरने की मांग की।