दो मासूम बेटियां व बुजुर्ग पिता करता रहा दवा लेकर वापस लौटने का इंतजार
घर से दवा लेने के लिए निकले गांव भम्माबदी के एक परिवार की कार मुक्तसर साहिब के नजदीकी गांव भलाईआना में वीरवार सुबह ट्रांसफार्मर व पेड़ से टकरा गई
सुखदेव सिंह पवार, संगरूर
घर से दवा लेने के लिए निकले गांव भम्माबदी के एक परिवार की कार मुक्तसर साहिब के नजदीकी गांव भलाईआना में वीरवार सुबह ट्रांसफार्मर व पेड़ से टकरा गई। हादसे में चार लोगों की मौत हो गई।
जिला संगरूर के गांव भम्माबदी निवासी सतनाम सिंह सहित चार लोगों की मौत हो गई। गांव भम्माबदी से मुक्तसर साहिब में दवा लेने के लिए गए परिवार की गाड़ी ट्रांसफार्मर से टकरा गई, जिससे कार सवार चार लोगों की मौत हो गई, जबकि हादसे में कार चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को तुरंत आसपास के लोगों ने नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। हादसे की खबर मिलते ही गांव भम्माबदी में शोक की लहर फैल गई व परिवार के सदस्य भी तुरंत मुक्तसर साहिब के लिए रवाना हो गए। परिवार में सतनाम सिंह की दो बेटियां व बुजुर्ग पिता ही रह गए हैं।
मृतक के चाचा सुरजीत सिंह ने बताया कि उसका 42 साल का भतीजा सतनाम सिंह, उसकी पत्नी रानों कौर, बहन रघवीर कौर व नौ वर्षीय भांजा सुखजोत सिंह व कार चालक राजविदर सिंह (सतनाम की बुआ का लड़का) मुक्तसर साहिब में रानों कौर के लिए दवा लेने के लिए वीरवार सुबह छह बजे के करीब निकले थे। सतनाम अपने पिता महिदर सिंह को कह गया था कि उसकी दोनों बेटियों सहजप्रीत कौर (दसवीं की छात्रा) व करणप्रीत कौर (सातवीं की छात्रा) को स्कूल जरूर भेज दे, क्योंकि परीक्षाएं चल रही हैं। नौ बजे के करीब उन्हें किसी रिश्तेदार का फोन आया कि सतनाम की गाड़ी ट्रांसफार्मर से टकराने के कारण हादसाग्रस्त हो गई है। हादसे में सतनाम सिंह, पत्नी रानों कौर, बहन रघवीर कौर व भांजा सुखजोत सिंह (9 वर्ष) की मौत हो गई, जबकि गाड़ी चालक राजविदर सिंह गंभीर रूप से घायल है। सूचना के बाद वह अपने भाई महिदर सिंह (सतनाम के पिता) के पास पहुंचे व उन्हें हादसे की जानकारी दी।
------------------ पहली पत्नी की तीन साल पहले हुई थी मौत उन्होंने बताया कि सतनाम सिंह की पहली पत्नी की तीन वर्ष पहले बीमारी के कारण मौत हो गई थी। सतनाम की माता की भी काफी वर्ष पहले मौत हो चुकी है। पहली पत्नी की मौत के बाद घर में उसके पिता, वह खुद व दो बेटियां ही रह गई थीं, जिस कारण सतनाम ने दोबारा शादी रानों कौर से की। ---------------------- बेटियों की मां की कमी को पूरा करने के लिए की दूसरी शादी सुरजीत सिंह ने बताया कि सतनाम अपनी बेटियों को बेहद प्यार करता था। मां की कमी को पूरा करने के लिए उसने 2019 में रानों कौर से शादी कर ली थी। लाडली बेटियों को अच्छी शिक्षा हेतु अकाल अकेडमी मस्तुआना साहिब में पढ़ा रहा था। सतनाम के पास सात एकड़ जमीन थी। दोनों बेटियों को वह ट्रैक्टर भी चलाना सिखाता था। बेटियों को बड़ा अफसर बनाना चाहता था, मगर भगवान को कुछ और ही मंजूर था।
------------------- बहन का भी उजड़ गया परिवार
सुरजीत सिंह ने बताया कि सतनाम की बहन रघवीर कौर अपने बेटे सुखजोत सिंह के साथ मायके घर आई हुई थी। वह रानी कौर को दवा दिलाने के लिए खुद भी साथ चली गई और अपने बेटे को भी साथ बैठा लिया। वह भाभी को दवा दिलाने के लिए एक दिन पहले ही गांव भम्माबदी आ गई थी। उन्हें क्या पता था कि उसकी मौत उसे अपने गांव संत अतर सिंह वाला से यहां लाई थी।