मंडियों में बारिश से भीगा हजारों क्विंटल गेहूं
वीरवार शाम को हुई तेज बारिश के कारण अमरगढ़ की अनाज मंडियों में गीला हुआ।
संवाद सूत्र, अमरगढ़ (संगरूर)
वीरवार शाम को हुई तेज बारिश के कारण अमरगढ़ की अनाज मंडी में पड़ी हजारों क्विंटल गेहूं बारिश में भीगने से जहां रंग बदलने लगी है, वहीं काम करने वाली लेबर की मुश्किलें भी बढ़ गई है। सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन के मुताबिक एक भरी पुराना बारदाना लगाने की हिदायत दिए जाने के बावजूद कुछ आढ़तियों की तरफ से कई सीजन पुराना बारदाना लगाकर भर्ती की गई बोरियों की इतनी खस्ता हालत हो चुकी है। इन्हें हाथ लगाने से ही बोरियां फटने लगी है। लेबर मोहम्मद अशरफ, मोहम्मद जमील, मोहम्मद सरफराज, मोहम्मद जमाल, कन्हैया बाबूराम, सुंदर ने बताया कि मंडी में लिफ्टिग का काम ढीला चलने से 20 दिनों का सीजन एक महीने से ज्यादा पड़ गया है। बारिश के कारण भीगी हुई गेहूं की उलल-पुलट करने से काम भी डबल करना पड़ रहा है। अभी तक मंडी से इतना रुपया कमाया भी नहीं है, जितना हम खर्च कर चुके हैं। इस बार का सीजन घाटे का रहा है।
मार्केट कमेटी के सचिव अश्वनी मेहता ने बोरियां भीगने की बात सुनते ही फोन बंद कर दिया। उधर, पनसप इंस्पेक्टर हनीश कांसल ने माना कि बारिश पड़ने से काफी गेहूं भीग गई है, परंतु बारिश को रोकना उनके बस में नहीं है और गेहूं को भीगने से बचाने की जिम्मेवारी आढ़तियों की है। पनग्रेन के इंस्पेक्टर मानिकप्रीत सोढ़ी का कहना है ज्यादा पुराने बारदाने की भर्ती करवाने वाले आढ़तियों पर कार्रवाई की जाएगी व लिफ्टिग हो चुकी गेहूं की भी जांच की जाएगी। डीएफएससी तरविदर चोपड़ा ने कहा कि इसकी जिम्मेवारी इंस्पेक्टरों की है व घटिया माल की भरपाई इंस्पेक्टरों की जेब से करवाई जाएगी। पनसप एजेंसी के मैनेजर आनंद शर्मा ने कहा कि फील्ड ऑफिसर से रिपोर्ट लेने के बाद जो तथ्य सामने आएंगे, उनके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।