मूनक-चंडीगढ़ मार्ग पर किसानों ने लगाया जाम
मूनक संगरूर स्थानीय अनाज मंडी में विगत एक सप्ताह से अपनी गेहूं की फसल लेकर बैठे किसानों ने गेहूं की बोली न होने के रोष में शनिवार को मूनक-चंडीगढ़ मार्ग पर चक्का जाम करके पंजाब सरकार व खरीद एजेंसियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस अवसर पर हरविदर सिंह व सुरिदर सिंह फौजी ने कहा कि एक सप्ताह बाद शनिवार को बोली लगी थी जिसमें नामात्र गेहूं की खरीद की गई है।
जेएनएन, मूनक (संगरूर) : अनाज मंडी में विगत एक सप्ताह से अपनी गेहूं की फसल लेकर बैठे किसानों ने गेहूं की बोली न होने के रोष में शनिवार को किसानों ने मूनक-चंडीगढ़ मार्ग पर चक्का जाम करके पंजाब सरकार व खरीद एजेंसियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस अवसर पर हरविदर सिंह व सुरिदर सिंह फौजी ने कहा कि अनाज मंडी में अभी तक गेहूं की खरीद नहीं हुई है। एक सप्ताह के समय के बाद आज शनिवार को बोली लगी थी, जिसमें नाममात्र गेहूं की खरीद की गई है। उन्होंने कहा कि नमी चेक करने वाली मशीनें भी नमी की मात्रा अलग-अलग बताती हैं। इसके साथ ही पिछले वर्ष की गेहूं में भी नमी की मात्रा 14 प्रतिशत बताती है। सरकार किसानों को गुमराह कर रही है व किसान यह धक्केशाही बिलकुल बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मंडी में पड़ी फसल की खरीद शुरु नहीं की जाती, तब तक धरना जारी रहेगा।
जब इस संबंधी मार्केट कमेटी के सचिव सुरिदरजीत सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सरकारी पालिसी तहत 13 नमी की ही गेहूं की खरीद की जा रही है, कितु किसानों की गेहूं 14 से 17 प्रतिशत नमी वाली मंडियों में आ रही है। जिसे खरीद एजेंसियों द्वारा नहीं खरीदा जा रहा। इस मामले संबंधी बैठक बुलाकर जल्द ही कोई फैसला लिया जाएगा।