अदाकार की मौत की खबरों का बहन ने किया खंडन, तंदरुस्त होने की कही बात
जेएनएन मालेरकोटला (संगरूर) बालीवुड के अदाकार रत्न चोपड़ा की मौत की खबर का बहन ने खंड किया।
जेएनएन, मालेरकोटला (संगरूर) :
बालीवुड के अदाकार रत्न चोपड़ा की सगी बहन नीलम ने मीडिया के जरिए रत्न चोपड़ा की कैंसर से मौत हो जाने की खबर को दुर्भाग्य पूर्ण करार दिया। पंचकूला में रहती नीलम ने बताया कि 14 जून को मीडिया पर यह सूचना देखने को मिली कि मॉम की गुड़िया के हीरो रत्न चोपड़ा का शुक्रवार को मालेरकोटला के पुश्तैनी घर में कैंसर के चलते निधन हो गया है। इलाज के लिए उनके पास पैसे नहीं थे और वह गुरुद्वारा साहिब व मंदिरों में दो वक्त की रोटी खाते थे। उनका वास्तविक नाम अब्दुल जबार खान था। जबकि यह बिलकुल झूठ है। नीलम ने बताया कि रत्न मुसलमान बरादरी से संबंधित नहीं है। रत्न चोपड़ा का जन्म 26 अगस्त 1945 को मालेरकोटला में हुआ था। 1968 में पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से एमए करने के बाद वह सरकारी कॉलेज मालेरकोटला में अंग्रेजी के लेक्चरर लग गए थे। जहां पर उन्होंने दो वर्ष नौकरी की। बाद में 1970 में उनकी शादी मुम्बई के मशहूर प्रोड्यूसर डायरेक्टर एसएच रवेल की बेटी रोशनी से हो गई, जिसके बाद वह पहली बार 1970 में बनी हिदी फिल्म मॉम की गुड़ियां में बतौर हीरो के तौर पर सामने आए। 1975 में उनका रोशनी से तलाक हो गया। जिसके बाद 1984 में उन्होंने जालंधर में दूसरी शादी कर ली। जिसके तुरंत बाद वह विदेश चले गए। जहां पर उनका अच्छा कारोबार है व पत्नी तथा दो बेटियों के साथ खुशहाल जीवन बिता रहे हैं। रत्न चोपड़ा की मौत नहीं हुई है।