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एक थी घुग्गी में प्रस्तुत की कर्जे तले दबे किसान की त्रासदी

रंगशाला व कला केंद्र के डायरेक्टर यश की अगुआई में रामवाटिका बग्गीखाना के मंच पर जारी तीन दिवसीय परमजीत गागा यादगारी थियेटर फैस्टीवल के दूसरे दिन दो नाटक एक थी घुग्गी व पंजाबी नाटक राई दा पहाड़ का सफल मंचन किया गया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 11 Apr 2021 03:30 PM (IST)Updated: Sun, 11 Apr 2021 03:30 PM (IST)
एक थी घुग्गी में प्रस्तुत की कर्जे तले दबे किसान की त्रासदी
एक थी घुग्गी में प्रस्तुत की कर्जे तले दबे किसान की त्रासदी

जागरण संवाददाता, संगरूर

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रंगशाला व कला केंद्र के डायरेक्टर यश की अगुआई में रामवाटिका बग्गीखाना के मंच पर जारी तीन दिवसीय परमजीत गागा यादगारी थियेटर फैस्टीवल के दूसरे दिन दो नाटक 'एक थी घुग्गी' व पंजाबी नाटक 'राई दा पहाड़' का सफल मंचन किया गया। दोनों ही नाटकों का निर्देशन यशपाल ने किया। नाटक 'एक थी घुग्गी' कर्जे तले दबे किसानों की त्रासदी है। किसान कई महीने मेहनत करके फसल खड़ी करता है। फसल काटने से पहले ही बेमौसमी बरसात के कारण उसकी फसल बर्बाद हो जाती है तो वह निसहाय होकर टूट जाता है। ऐसी हालत में वो कर्जा भी नहीं उतार पाता व ऊपर से किसान विरोधी बिलों का शिकंजा।

इसके बाद बलवंत गार्गी द्वारा लिखा नाटक 'राई दा पहाड़' का मंचन किया गया। कृपा सिंह वैसाखी मेले में अपनी तरांगल भूल आता है। उसका पड़ोसी जीता उसे उसकी तरांगल देने के लिए उसके पीछे भागता है। मेले में ये अफवाह जंगल में आग की तरह फैल जाती है कि जीते व कृपा सिंह का झगड़ा हो गया और जीता कृपा सिंह को जान से मारने के लिए उसके पीछे दौड़ा जा रहा है। फिर खबर उड़ती है कि जीते ने कृपा सिंह को मार दिया, जबकि असलियत में ऐसा कुछ नहीं होता। रियासती पुलिस कृपा सिंह के खून के इल्जाम में कृपा सिंह को ही उठाकर ले जाती है। इस नाटक ने दर्शकों की खूब तालियां बटोरी।

दोनों ही नाटकों के कलाकार दिव्याना बांसल, मुस्कान कथुरीया, रणजीत सिंह लड्डा, मुस्कान शर्मा, गुरदर्शन सिंह टिवाना, मनदीप सिंह, प्रीतिका, अर्णव सिगला, मनजीत कौर, मनीष गर्ग, सुखजिदर कौर, शुभम अटवाल, परमजीत कौर, मंशा अरोड़ा, आरव मित्तल, पुरान्जय नागपाल, अधीश भारद्वाज, अनीश भारद्वाज, मनरुवी, काव्य मुदगिल थे। समारोह के मुख्य अतिथि डा. एएस मान चेयरमैन साइंटिफिक अवेयरनेस एंड सोशल वेलफेयर फोरम थे, जबकि प्रधानगी प्रो. संतोख कौर ने की। विशेष अतिथि के तौर पर थियेटर व टीवी कलाकार किरणपाल गागा भी पहुंचे।

शहर की प्रमुख शख्सियतों में से ऋशि शर्मा, राम निवास शर्मा, हरजिन्दर सिंह, राजिदर शर्मा व राजेश कुमार उपस्थित थे। कला केंद्र के प्रधान दिनेश एडवोकेट ने सभी मेहमानों का स्वागत किया व महासचिव सुरिदर शर्मा ने सभी दर्शकों का धन्यवाद किया।


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