संगरूर जेल में बंद हवालाती की मौत, परिजनों ने जेल अधिकारियों पर लगाए लापरवाही के आरोप
जिला जेल संगरूर में आबकारी एक्ट के तहत बंद 26 वर्षीय हवालाती की रविवार बाद दोपहर संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। युवक को तुरंत सिविल अस्पताल संगरूर में लाया गया जहां डाक्टर ने उसे मृतक करार दे दिया।
संगरूर, जेएनएन। जिला जेल संगरूर में आबकारी एक्ट के तहत बंद 26 वर्षीय हवालाती की रविवार बाद दोपहर संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। युवक को तुरंत सिविल अस्पताल संगरूर में लाया गया, जहां डाक्टर ने उसे मृतक करार दे दिया। इसी दौरान मृतक हवालाती के परिजनों ने मौके पर पहुंचकर जेल अधिकारियों पर आरोप लगाया कि जेल में युवक से मारपीट की गई है, वहीं उसकी मौत को भी कई घंटे का समय गुजर गया है।
युवक की मौत के बारे में जेल अधिकारियों, पुलिस मुलाजिमों ने परिवार को कोई सूचना नहीं दी, जबकि अस्पताल में काम करती युवक की मौसी ने परिजनों को सूचना दी। देर शाम तक थाना सिटी-1 संगरूर की पुलिस को भी हवालाती की मौत बाबत कोई सूचना नहीं मिली थी। विजय दशमेश नगर संगरूर की मौसी के लड़के बबलू ने बताया कि तीन नवंबर को विजय कुमार को जेल से पुलिस मुलाजिम सिविल अस्पताल लेकर आए थे, जहां डाक्टरों ने विजय को दवा लेकर वापस जेल भेज दिया था। जबकि डाक्टर का कहना था कि विजय को दाखिल करने की जरूरत नहीं है। इससे पहले न तो जेल अधिकारियों ने परिवार को सूचना दी तथा न ही अस्पताल से स्टाफ ने उन्हें सूचित किया।
शव भी नीला पड़ चुका था। जेल सुपरिटेंडेंट बलविंदर सिंह ने कहा कि विजय गांव भुन्नरहेड़ी के समीप से 20 डिब्बे शराब समेत गिरफ्तार करके आबकारी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। 29 अक्टूबर को विजय को पटियाला जेल से संगरूर जेल में शिफ्ट किया गया था। थाना संगरूर-1 के प्रभारी प्रितपाल सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि शाम तक जेल से किसी की हवालाती की मौत की सूचना थाने को नहीं दी गई है। सिविल अस्पताल के इमरजेसी वार्ड में तैनात ईएमओ डा. संदीप कौर आज सिविल अस्पताल में जब हवालाती को जेल से लाया गया तो उसकी मौत हो चुकी थी। मौत का कारण जेल के डाक्टर ने पेट दर्द लिखा है। पोस्टमार्टम के बाद मौत के असर कारणों का पता चल पाएगा।