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नशे की गिरफ्त में फंसा गांव बड़रुखां, घर का सामान बेच रहे युवा

शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह के ननिहाल गांव बड़रुखां में पुरानी इस्तेमाल की हुई सिरिज मदद से नशा कर रहे।

By JagranEdited By: Published: Thu, 11 Jul 2019 07:32 PM (IST)Updated: Fri, 12 Jul 2019 06:28 AM (IST)
नशे की गिरफ्त में फंसा गांव बड़रुखां, घर का सामान बेच रहे युवा
नशे की गिरफ्त में फंसा गांव बड़रुखां, घर का सामान बेच रहे युवा

जागरण संवाददाता, संगरूर :

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शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह के ननिहाल गांव बड़रुखां में पुरानी इस्तेमाल की हुई सीरिंज मामले में वीरवार को इंकलाबी लोक मोर्चा की छह सदस्यीय टीम प्रांतीय प्रधान लाल सिंह मोकेवाला की अगुआई में गांव का दौरा कर लोगों से बातचीत की।

इस मौके पर लाल सिंह मोकेवाला, महासचिव सतवंत सिंह वजीदपुर, प्रेस सचिव स्वर्णजीत सिंह, कनवीनर भाग सिंह लोंगोवाल, कोकनविनर चंद सिंह, सुरजीत सिंह भट्ठल बताया कि गांव का दौरा करने पर सामने आया है। गांव के ज्यादातर युवा चिट्टा, स्मैक व मेडिकल नशा कर रहे हैं। नशे के आदी यह नौजवान जहां अपने घरों का सामान, अनाज, ग्रिल सहित अन्य वस्तुएं बेचकर नशे की पूर्ति कर रहे हैं। एक नौजवान की माता ने गांव के ही एक मेडिकल स्टोर पर आरोप लगाया।

तीन वर्ष पहले स्मैक का नशा करने वाले एक युवक ने टीम को बताया कि उसने खुद पुलिस को उस बस्ती में नशा तस्करों से पैसे इकट्ठे करते हुए देखा है। टीम ने गांव का दौरा करने के पेश आए तथ्यों के आधार पर कहा कि पुलिस व सिविल प्रशासन की ढीली कारगुजारी व मिलीभगत के कारण ही नशे का यह कारोबार फलफूल रहा है। उन्होंने मांग की कि नशे के इस मामले की हाईकोर्ट की निगरानी में विशेष जांच टीम का गठन करके जांच करवाने व जिम्मेदार अधिकारियों, नशा तस्करों व केमिकल नशा बेचने वालों पर तुरंत कार्रवाई करने की मांग की। नशे के आदी मरीज आपस में उलझे, भागने की कोशिश की

उधर, गत रात्रि सिविल अस्पताल संगरूर में माहौल उस समय तनावपूर्ण हो गया, जब नशा करने के आदी मरीज आपस में उलझ गए। मौके पर सूचना मिलते ही पुलिस बल को तैनात किया गया तथा नशे के आदी मरीजों को पुनर्वास केंद्र घाबदां में शिफ्ट किया गया। गौर हो कि गांव बड़रूखां में पुरानी सीरिज से चिट्टे के टीके लगाने के कारण एचआईवी की गिरफ्त में फंसे नाबालिग नौजवान को सिविल अस्पताल के नशामुक्ति केंद्र में भर्ती करवाया गया, वहां पर गांव के बाकी नशा करने के आदी पांच युवाओं को भी यहां भर्ती किया गया, लेकिन रात को इन नौजवानों ने उक्त नौजवान पर इस रंजिश के चलते हमला कर दिया कि उसने नशे करने की बात को जगजाहिर करके उनकी भी बेइज्जती सारे गांव में करवा दी। इस बेइज्जती का बदला देने के लिए युवक पर हमला कर लिया, जिसकी भनक लगते ही एसएमओ डॉ. कृपाल मौके पर पहुंचे व पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस पार्टी ने मरीजों को अलग-थलग करके माहौल को शांत किया। अस्पताल में भर्ती इन पांचों युवकों को तुरंत ही घाबदां के ओट व पुनर्वास केंद्र में शिफ्ट कर दिया गया। नाबालिग युवक ने भी भागने की कोशिश की, लेकिन इसके बाद उसे अब स्पेशल कमरे में रखा जा रहा है। डा. कृपाल ने कहा कि माहौल को शांत करने के बाद जब नाबालिग युवक को अलग किया गया तो वह बाथरूम की खिड़की से भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे नाकाम कर दिया। अब मौके पर पुलिस तैनात कर दी गई है।


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