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जमीदार व बेटे ने पीटा तो दलित मजदूर ने दी जान

जागरण संवाददाता, संगरूर लहरागागा के नजदीकी गांव जलूर में एक दलित मजदूर से उसके जमींदार

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 Nov 2017 03:09 AM (IST)Updated: Wed, 22 Nov 2017 03:09 AM (IST)
जमीदार व बेटे ने पीटा तो दलित मजदूर ने दी जान
जमीदार व बेटे ने पीटा तो दलित मजदूर ने दी जान

जागरण संवाददाता, संगरूर

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लहरागागा के नजदीकी गांव जलूर में एक दलित मजदूर से उसके जमींदार व उसके पुत्र ने केवल इस बात को लेकर जमकर मारपीट की कि वह खेत में स्प्रे करने की बजाय गांव में एक विवाह समागम में शामिल होने के लिए चला गया था। इसके बाद दोनों ने मजदूर को मजा चखाने की धमकी भी दी। ऐसे में डर से मजदूर ने जहरीली स्प्रे पीकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मृतक के भाई के बयानों के आधार पर जमीदार, उसके पुत्र निर्मल ¨सह, पुत्रवधू सहित चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। फिलहाल जमीदार व अन्य आरोपी फरार हैं।

मृतक गुरप्रीत ¨सह उर्फ बूटा (32) निवासी जलूर के भाई जसवीर ¨सह ने बताया कि उसका भाई गांव के ही जमींदार कृपाल ¨सह के पास पिछले काफी समय से सीरी (खेत मजदूर) के तौर पर काम करता था। सोमवार को दलित परिवारों की बिरादरी में किसी की शादी थी। शादी में जाने के लिए गुरप्रीत ¨सह ने कृपाल ¨सह को बताया, लेकिन उसने उसे शादी में जाने से मना करते हुए पहले खेत में स्प्रे करने को कहा। इसके बावजूद गुरप्रीत ¨सह अपनी बिरादरी में शादी समागम में चला गया। जब वह शादी से वापस आया तो उखफा जमींदार कृपाल ¨सह व उसकी पुत्रवधू ने गुरप्रीत ¨सह के घर जाकर उससे गाली-गलौज किया। डरता हुआ गुरप्रीत ¨सह खेत में स्प्रे करने के लिए जैसे ही जमींदार के घर गया तो वहां कृपाल ¨सह, उसके पुत्र निर्मल ¨सह, पुत्रवधू व एक अन्य व्यक्ति ने उससे मारपीट की। इसके बाद उसे खेत में स्प्रे करने के लिए भेज दिया तथा उसे धमकाया कि उसे वापस आने पर काम छोड़कर शादी में जाने का मजा चखाएंगे। दोबारा मारपीट के भय व शर्म से गुरप्रीत ¨सह ने खेत में ही जहरीली स्प्रे पी ली। उसकी हालत जब बिगड़ने लगी तो जमींदार व उसके परिजन गुरप्रीत ¨सह को उसके घर के समीप गली में फेंक कर चले गए। वह किसी तरह घर पहुंचा और आपबीती अपने अपने भाई जसवीर ¨सह को बताई। गुरप्रीत ¨सह को गंभीर हालत में देख अस्पताल ले जाने के लिए उसका भाई जमींदार के घर गाड़ी मांगने के लिए गया, लेकिन जमींदार ने उसे गाड़ी देने की बजाय भगा दिया। जसवीर ¨सह ने गांव में से ही किसी से वाहन लेकर अपने भाई को सिविल अस्पताल लहरागागा ले जाने के लिए निकला, लेकिन हालत गंभीर देखते हुए वह उसे सिविल अस्पताल संगरूर ले जोन लगा। रास्ते में उसकी मौत हो गई।


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