बाहर से लाए जा रहे धान के विरोध में किसानों ने डीसी आफिस घेरा
किसानों का रेल रोको आंदोलन बुधवार को 21वें दिन में दाखिल हो गया है। जिसके तहत किसानों ने स्थानीय रेलवे स्टेशन पर मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जिसके बाद किसान डीसी कार्यालय की ओर बढ़े और कार्यालय के सामने नारेबाजी की।
संगरूर, जेएनएन। किसानों का रेल रोको आंदोलन बुधवार को 21वें दिन में दाखिल हो गया है। जिसके तहत किसानों ने स्थानीय रेलवे स्टेशन पर मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जिसके बाद किसान डीसी कार्यालय की ओर बढ़े और कार्यालय के सामने नारेबाजी की।
धरने में भाकियू सिद्धूपुर के जिला प्रधान सुरजीत सिंह, भाकियू डकौंदा के राज्य उप प्रधान गुरमीत सिंह, किरती किसान यूनियन के यूथ विंग के राज्य कनवीनर भूपिंदर सिंह लोंगोवाल, भाकियू राजेवाल के राज्य सचिव निरंजन सिंह, कुलहिंद किसान सभा के राज्य नेता जरनैल सिंह, पंजाब किसान सभा के राज्य सचिव बलवीर सिंह, जम्हूरी किसान सभा के राज्य नेता भीम सिंह व इंडियन फार्मर एसोसिएशन के हरदेव सिंह ने कहा कि मोदी सरकार के काले कानूनों से किसानों को अपना भविष्य धुंधला नजर आ रहा है।
पंजाब सरकार ने विधानसभा में कानून पास कर किसानों को मीठा जहर दे रही है। लेकिन दूसरी तरफ पंजाब में अफसरशाही, नेताओं व व व्यापारियों के गठजोड़ से उत्तर प्रदेश व बिहार से पंजाब में धान के ट्रक आ रहे हैं। जिससे किसान चिंता बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि गत 19 अक्टूबर को डीसी रामवीर को ज्ञापन सौंपकर बाहर से धान के आने पर रोक लगाने की मांग की गई थी। लेकिन संगरूर जिले में यह कारवाई नाममात्र ही है। इस मौके डीसी संगरूर द्वारा किसान जत्थेबंदियों को ओर सख्त कानूनी कारवाई करने का आश्वासन दिया। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि बाहर धान के आने पर रोक न लगाई गई तो संघर्ष ओर तेज होगा। मौके पर किसान नेता जसविंदर सिंह, साहिब सिंह, निर्मल सिंह, अवतार सिंह, रणसिंह, संतराम छाजली आदि उपस्थित थे। उधर, दिड़बा में यूनियन के ब्लाक प्रधान दर्शन सिंह सादीहरी के नेतृत्व में धरने में सैकड़ों किसान, मजदूर, महिलाएं, बच्चे शामिल हुए।
किसान नेता बलदेव सिंह, बलवीर सिंह, मलकीत सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार बिल संबंधी जिम्मेदारी लेने से पीछे हट रही है। सरकार द्वारा विधान सभा चुनाव जीतने के लिए राजनीतिक ड्रामा किया जा रहा है। जब तक कानूनों का पक्का हल नहीं हो जाता तब तक संघर्ष जारी रहेगा। इस मौके पर चरनजीत सिंह, मिश्रा सिंह, हरबंस सिंह, जरनैल सिंह आदि उपस्थित थे। इधर, शेरपुर में किसानों ने पंजाब सरकार के खिलाफ स्थानीय अनाज मंडी से रोष मार्च निकाला। इस दौरान कातरों चौक में किसानों ने सरकार की अर्थी फूंकी व नारेबाजी की। इस मौके पर निर्मल सिंह, करनैल सिंह, चरनजीत सिंह, रणजीत सिंह, मलकीत सिंह आदि उपस्थित थे। लहरागागा में भी ब्लॉक प्रधान धर्मेद्र सिंह, राज्य के उप प्रधान जनकराज सिंह, जिला नेता बहाल ¨सह ने कहा कि कानून रद होने तक भाजपा नेताओं के घरों, पंपों, टोल प्लाजा, कारपोरेट घरानों का घेराव जारी रहेगा। इस अवसर पर महिलाओं व नौजवानों ने जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।