फार्मेसी अफसरों ने सरकार के खिलाफ निकाली भड़ास
संगरूर पिछले तीन सप्ताह से सेहत विभाग में रेगुलर करने की मांग को लेकर धरना लगाना शुरू कर दिया।
जागरण संवाददाता, संगरूर : पिछले तीन सप्ताह से सेहत विभाग में रेगुलर करने की मांग को लेकर जिला परिषद दफ्तर में पक्के मार्चे पर बैठे ग्रामीण फार्मेसी अफसर के सब्र का बांध शुक्रवार को टूट गया। फार्मेसी अफसर ने जिला परिषद से लालबत्ती चौक तक रोष मार्च निकाला व चौक में कैबिनेट पंचायत मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा का पुतला फूंक। इसके उपरांत यूनियन के वफद ने एडीसी राजेश त्रिपाठी को मांग पत्र सौंपा। उन्होंने एलान किया कि जब तक उन्हें सेहत विभाग में रेगुलर नहीं किया जाएगा, तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
उल्लेखनीय है कि पंजाब भर की 1185 ग्रामीण डिस्पेंसरियों में फार्मेसी अफसर एसोसिएशन की अगुआई में फार्मासिस्ट जिला हेडक्वाटर के समक्ष लगातार धरने पर बैठे हैं। संगरूर के 68 डिस्पेंसरियों की सेवाएं ठप पड़ी हैं। धरने के दौरान एसोसिएशन व दर्जा चार मुलाजिमों द्वारा पंजाब सरकार के अड़ियल रवैये के खिलाफ नारेबाजी की गई। जिले भर से आए मुलाजिमों को संबोधित करते हुए पूर्व चेयरमैन सतपाल सिंह, पूर्व उपप्रधान संदीप पाल व पूर्व जिला प्रधान अमरीक सिंह ने कहा कि सरकार को फार्मासिस्ट व दर्जा चार को तुरंत पक्का करना चाहिए, क्योंकि गत दिन फिरोजपुर से एक फार्मेसी अफसर ने आत्महत्या करने की कोशिश की है, जिससे फार्मासिस्टों में सरकार के प्रति रोष पाया जा रहा है। कोविड काल के दौरान वह पिछले कई माह से सेहत विभाग में इमरजेंसी वार्ड, कोविड सेंटरों सहित अन्य अस्पातलों में फ्रंट लाइन पर सेवा दे रहे थे, लेकिन इसके बावजूद सरकार उन्हें विभाग में रेगुलर करने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि शनिवार को हलका कादिया में रैली की जाएगी, जिसमें जिले के समूह फार्मासिस्ट व दर्जा चार मुलाजिम शामिल होंगे।
इस मौके सुखपाल सिंह, पुनीत पाल, मनीश संगरूर, नवीन कुमार, चमकौर सिंह, हैपी जलान, अरना रानी, हरप्रीत कौर, हरजिदर कौर, सिदर कौर, बूटा सिंह आदि उपस्थित थे।