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हाईवे पर अवैध कट, तेज रफ्तार, धुंध में ले सकती है जान

संगरूर धुंध का प्रकोप आरंभ होने वाला है और सड़कें फिर मासूमों के खून से लाल होंगी।

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Nov 2019 11:13 PM (IST)Updated: Tue, 19 Nov 2019 11:13 PM (IST)
हाईवे पर अवैध कट, तेज रफ्तार, धुंध में ले सकती है जान
हाईवे पर अवैध कट, तेज रफ्तार, धुंध में ले सकती है जान

जागरण संवाददाता, संगरूर :

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धुंध का प्रकोप आरंभ होने वाला है और सड़कें फिर मासूमों के खून से लाल होंगी, क्योंकि अभी भी सड़कों पर ऐसे कई ब्लैक स्पाट मौजूद हैं जहां पर धुंध के कारण हर दिन सड़क हादसे होते हैं, लेकिन इन खतरनाक प्वाइंटों पर हादसों को रोकने के लिए कोई बंदोबस्त नहीं किया गया है। बेशक ट्रैफिक पुलिस द्वारा लोगों को नियमों का पालन करने तथा धुंध में खास तौर पर सावधानी बरतने की अपील की जाती है, लेकिन सड़कों पर मौजूद ब्लैक स्पाट की वजह से हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे। बठिडा-चंडीगढ़ हाईवे के संगरूर के इलाके में से गुजरने की वजह से हादसों का ग्राफ बढ़ रहा है। यहां हैं ब्लैक स्पाट

संगरूर के पटियाला मेन रोड पर खुराना रोड, झोरमाजरा टी प्लाइंट, सुनाम फ्वाई ओवर के नीचे, पुलिस लाइन रोड, सोहियां चौक, धूरी-संगरूर रोड पर बेनड़ा समीप, संगरूर रेलवे चौक, लड्डा चौक ऐसे ब्लैक स्पाट हैं, जहां पर धुंध के समय तेजरफ्तार वाहन हादसों का शिकार होते रहते हैं। कितने हादसे, कितनों की मौत, कितने घायल

संगरूर में एक जनवरी 2019 से लेकर 30 अक्टूबर 2019 तक पुलिस द्वारा कुल 125 केस दर्ज किए गए। 56 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है, जबकि 95 व्यक्ति घायल हुए। सड़कों पर बने अधिकृत कट बन रहे हादसों का सबब

पटियाला-चंडीगढ़ बहुमार्गीय रोड पर अवैध तौर पर बनाए गए कट हादसे का सबब बन रहे हैं, जिन्हें बंद करने की मांग कई बार की जा चुकी है, लेकिन इसके बावजूद इन कट पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। धुंध के कारण इन कट पर से निकलने वाले वाहन अक्सर हादसों का कारण बनते हैं। गत दिनों मेन रोड पर तीन दर्जन से अधिक वाहन धुंध के कारण हादसा ग्रस्त हुए, लेकिन नेशनल हाईवे अथारिटी द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिया गया। चौक चौराहों पर लाइटों का प्रबंध न होने के कारण धुंध में हादसों का ग्राफ बढ़ जाएगा। संगरूर के सबसे व्यस्त महावीर चौक, बस स्टैंड समीप लालबत्ती चौक, मैक्स आटो चौक, शहीद भगत सिंह चौक पर सिग्नल लाइटें का अभाव है, जिस कारण ट्रैफिक को कंट्रोल करने की कोई व्यवस्था नहीं है। चालान काटने तक सीमित ट्रैफिक पुलिस

वकील जसविदर सिंह का कहना है कि ट्रैफिक पुलिस केवल वाहनों के चालान काटने तक सीमित हैं, जबकि धुंध के दिनों में बढ़ते सड़क हादसों को रोकने के लिए कोई योजना नहीं है। ट्रैफिक को नियंत्रित करने की खातिर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए तथा लोग भी अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए धुंध के समय वाहन की रफ्तार पर नियंत्रण रखें, ताकि हादसों से बचा जा सके। वाहन चालक लगाएं रिफ्लेक्टर, धीमी रखें रफ्तार: तेजिदर सिंह

जिला ट्रैफिक इंचार्ज तेजिदर सिंह ने कहा कि सड़क हादसों को रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस पूरी गंभीरता से कार्य कर रहा है। वाहन चालकों को अपने वाहनों पर रिफ्लेक्टर लगाने, सभी लाइटें चालू हालत में रखने, धुंध के दौरान फोग लाइटों का इस्तेमाल करने, वाहन की रफ्तार कम रखने, रेलवे क्रासिग, चौक-चौराहों, मौड़ को ध्यान से क्रास करने के लिए वाहन चालकों को लगातार जागरूक किया जा रहा है। ट्रक यूनियन, टेंपू यूनियन व टैक्सी यूनियनों में जाकर सेमिनार लगाकर वाहन चालकों को प्रेरित किया जा रहा है। लोग भी इन नियमों का पालन करें, ताकि हादसों से बचा जा सके।


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