श्रीमद् देवी भागवत महापुराण महायज्ञ में पूर्णाहुति डाल की कोरोना के खात्मे की कामना
स्थानीय जाखल रोड पर स्थित भगवान श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में महामंडलेश्वर ब्रह्मऋषि कुमार स्वामी के आदेशानुसार श्रीमद् देवी भागवत महापुराण महायज्ञ करवाया गया।
संवाद सूत्र, सुनाम ऊधम सिंह वाला (संगरूर) : स्थानीय जाखल रोड पर स्थित भगवान श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में महामंडलेश्वर ब्रह्मऋषि कुमार स्वामी के आदेशानुसार श्रीमद् देवी भागवत महापुराण महायज्ञ करवाया गया। शनिवार को महायज्ञ में प्रबंधकों व श्रद्धालुआं ने पूर्णाहुति डालकर महायज्ञ का समापन करवाते हुए दुनिया में सुख-शांति की कामना की गई। प्रबंधकों जय देव शर्मा व प्रदीप कुमार वशिष्ट ने बताया कि मंदिर में पूरी विधि-विधान से इस महायज्ञ किए जाने का मकसद मौजूदा समय में चल रही कोरोना महामारी से पूरी दुनिया को निजात दिलाना है। यह महायज्ञ गुरुदेव ब्रह्म ऋषि कुमार स्वामी की अपार कृपा से भारत सहित 125 देशों में करवाया गया। इस दौरान वातावरण में मौजूद कीटाणुओं के कारण पैदा हुए रोगों को महायज्ञ द्वारा हवन सामग्री से खात्मा करने का लक्ष्य है।
महायज्ञ की पंडित नवीन शास्त्री ने महायज्ञ के महत्व बताते हुए कहा कि महायज्ञ का महत्व शास्त्रों में वैदिक काल से चला आ रहा है व मौजूदा समय में लोग प्रकृति का दोहन कर रहे हैं व हवन पद्धति से लोग दूर होते चले जा रहे थे। महायज्ञ के दौरान औषधि युक्त सामग्री के अग्नि में जलाए जाने से वातावरण में शुद्धता तो आती ही है व साथ ही देवी-देवता भी प्रसन्न होते हैं। हवन करने से मनुष्य के दु:खों का भी नाश होता है। उन्होंने कहा कि लोग आधुनिकता के दौर में प्राचीनता को छोड़कर केमिकल युक्त वस्तुओं का सेवन करने लगे हैं, इस कारण ही बीमारियां लगातार बढ़ रही हैं। इस दौरान उपरांत प्रबंधकों की तरफ से कोरोना महामारी के चलते शारीरिक दूरी का विशेष ध्यान रखा गया। श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में लंगर के पैकेट दिए गए।