वेतन न मिलने पर 5178 अध्यापकों ने जताया रोष
जागरण संवाददाता, संगरूर : स्थानीय जिला प्रबंधकीय परिसर में 5178 मास्टर कार्डर यूनियन के प्रति
जागरण संवाददाता, संगरूर : स्थानीय जिला प्रबंधकीय परिसर में 5178 मास्टर कार्डर यूनियन के प्रतिनिधिमंडल ने जिला प्रधान कर्मजीत नदामपुर व ब्लॉक प्रधान कंवरजीत भवानीगढ़ की अगुआई में अपनी मांगों संबंधी मुख्यमंत्री के नाम नायब तहसीलदार कृष्ण मित्तल को ज्ञापन दिया।
इस अवसर पर संबोधित करते कर्मजीत नदामपुर ने कहा कि विगत अकाली-भाजपा सरकार द्वारा उन्हें 9 सितंबर 2012 को राज्य के सरकारी स्कूलों में मास्टर कार्डर के पद पर अध्यापक भर्ती करने के लिए 5178 ग्रामीण सहयोगी अध्यापक भर्ती करने का विज्ञापन जारी किया था। मैरिट में आए उम्मीदवारों को दो वर्ष का समय बीतने पर नवंबर 2014 व वे¨टग लिस्ट वाले उम्मीदवारों को 2015 में नियुक्ति पत्र जारी किए गए थे। यह अध्यापक महज 6 हजार रुपये मासिक वेतन पर तीन वर्ष की ठेका आधारित सेवा के लिए दूर-दराज के क्षेत्रों में नियुक्त किए गए थे। नियुक्ति पत्र की शर्तों अनुसार तीन वर्ष की सेवाएं निभाने के बाद इन अध्यापकों को पूरे वेतन पर रेगुलर किया जाना था ¨कतु अभी तक इन अध्यापकों को रेगुलर नहीं किया गया है। यूनियन के नेताओं ने कहा कि सरकार उनका शोषण कर रही है व पूरे वेतन स्केल पर अध्यापकों के आर्डर जारी करने में आनाकानी कर रही है। सरकार ने विगत दिनों खजाना दफ्तरों द्वारा पत्र जारी करके 5178 अध्यापकों को मिल रहे नाममात्र वेतन पर पक्की रोक लगाकर उन्हें आर्थिक संकट में डाल दिया है। उन्हें अपने घर का गुजारा चलाने के लिए कर्ज लेना पड़ रहा है। उन्होंने अध्यापकों की कर्ज माफी का तुरंत एलान करने, 5178 अध्यापकों के केस मंगवाने के लिए तुरंत पत्र जारी करने, 1 तारीख से उनकी सेवाएं रेगुलर करने की मांग को लेकर तीखा संघर्ष किया जाएगा।