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पीएमएवाई : संगरूर के 179 परिवारों को मिले पक्के आशियाने

मनदीप कुमार संगरूर अब बरसात के मौसम या सर्दी में सिर छिपाने के लिए गरीब प अब बरसात के मौसम या सर्दी में सिर छिपाने के लिए गरीब परिवारों को इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। रिवारों को इधर

By JagranEdited By: Published: Sun, 07 Mar 2021 05:16 PM (IST)Updated: Sun, 07 Mar 2021 05:16 PM (IST)
पीएमएवाई : संगरूर के 179 परिवारों को मिले पक्के आशियाने
पीएमएवाई : संगरूर के 179 परिवारों को मिले पक्के आशियाने

मनदीप कुमार, संगरूर

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अब बरसात के मौसम या सर्दी में सिर छिपाने के लिए गरीब परिवारों को इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत 194 लाभार्थियों को पक्के मकान नसीब हो गए हैं। इससे पहले यह परिवार खस्ताहाल मकानों में रहने के लिए मजबूर थे, जिस कारण बरसात के दिनों में इन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता था। कभी सिर छिपाने के लिए तरपाल का सहारा लेते थे तो कभी किराये के मकान में रहने के लिए मजबूर हो जाते थे। वहीं खस्ताहाल मकान का बरसात के दिनों में गिर जाने का भी डर बना रहता था। प्रधानमंत्री आवास योजना इन परिवारों के लिए वरदान साबित हुई है, जिसकी बदौलत इन्हें सिर पर पक्की छत मिल गई है। जिले में 194 लाभार्थियों में से 179 के मकानों का निर्माण संपन्न हो गया है, जबकि 15 परिवारों के मकानों का काम जारी है।

शहरों की स्लम बस्तियों सहित अन्य इलाकों में कई ऐसे परिवार थे, जिनकी आर्थिकता कमजोर होने के कारण वह खस्ताहाल मकानों की मरम्मत नहीं करवा पा रहे थे। खस्ताहाल कच्चे मकानों के कारण परिवारों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। इन परिवारों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना केंद्र सरकार की ओर से आरंभ की गई, जिसके तहत डेढ़ लाख रुपये सरकार द्वारा तीन किश्तों में लाभार्थी को दिए जाते हैं, जिसकी मदद से परिवार अपने पक्के मकान बना सकते हैं। इस योजना के अधीन जिले से 194 लाभार्थियों ने वित्तीय वर्ष के दौरान योजना के लाभ हेतु अप्लाई किया और अब तक 179 परिवारों को तीन किस्तें मिल चुकी है, जिससे वह अपने घरों का निर्माण कर चुके हैं। -----------------------

संगरूर में सबसे अधिक लाभार्थी जिला संगरूर के दस ब्लाकों में से संगरूर में सबसे अधिक 40 लाभार्थियों को योजना का लाभ मिला है। अहमदगढ़ में 24, अनदाना में 22, भवानीगढ़ में 15, धूरी में 26, दिड़बा में आठ, लहरा में 12, मालेरकोटला में 13, शेरपुर में 17, सुनाम में 17 परिवारों ने आवेदन दिया व इनके केसों को पास करके इन्हें किस्तें मुहैया करवाई गई। इनमें से अहमदगढ़ में 24, अनदाना में 22, भवानीगढ़ में 15, धूरी में 25, दिड़बा में आठ, लहरा में 12, मालेरकोटला में 13, शेरपुर में 17, सुनाम में 17 परिवारों का मकान संपन्न हो गया, जबकि बाकी परिवारों के मकानों को तीसरी किश्त मिलनी बाकी है। ----------------------- संगरूर में ही तीसरी किस्तें जारी होनी बाकी

जिला संगरूर के दस ब्लाकों में से संगरूर ब्लाक में ही लाभार्थी तीसरी किस्त का इंतजार कर रहे हैं, जबकि अन्य सभी ब्लाकों के लगभग सभी लाभार्थियों के मकानों का निर्माण हो गया है। संगरूर के कुल 40 लाभार्थियों में से 26 लाभार्थियों को ही तीसरी किस्त मिल पाई है, जबकि 14 लाभार्थी अभी अंतिम किस्त का इंतजार कर रहे हैं।

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वर्षों बाद हुआ पक्के मकान का सपना पूरा: तारा

दर्जी का काम करने वाले अजीत नगर निवासी अवतार सिंह तारा ने कहा कि वह लोगों के कपड़े सिलाई करके घर का गुजारा चलाता है। पत्नी भी उसके काम में उसका हाथ बंटाती है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उन्हें 1 लाख 20 हजार रुपये मिल गए हैं व 30 हजार की राशि अभी बकाया है। उसने स्कीम के तहत मिलने वाली रकम से व खुद जमा किए पैसों से दो कमरे, रसोई व बाथरूम बनाया है। वर्षों से वह खस्ताहाल मकान में रहने को मजबूर था, लेकिन योजना की बदौलत उसे पक्का मकान मिल गया है।

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परिवार को मिली राहत : हरबंस सिह

बरनाला ओवरब्रिज के समीप चाय की रेहड़ी चलाने वाले हरबंस ने कहा कि चाय की दुकान से उसे कुछ भी नहीं बचता है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिले पैसों से उसने एक कमरा, रसोई बना लिया है। स्कीम के तहत मिलने वाली राशि में से 30 हजार रुपये अभी मिलने बाकी हैं। पहले खस्ताहाल मकान में बरसात के दिनों में परेशानी झेलनी पड़ती थी। पूरा परिवार तरपाल लगाकर बरसात से अपना बचाव करता था। घर पर कोई रिश्तेदार भी आना पसंद नहीं करता था, लेकिन अब पक्का मकान बन गया है।


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