पीएचसी सेंटर की व्यवस्था बीमार, इलाज की दरकार
प्राथमिक उपचार केंद्रों ही हालत खराब न तो डाक्टर हैं और न ही दवाइयां।
संवाद सूत्र, मूनक (संगरूर) : पंजाब सरकार लोगों को बेहतर सेहत सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए नए तंदरुस्त पंजाब स्वास्थ्य केंद्र खोलने पर जोर दे रही है, जबकि दूसरी तरफ जिले के अधिकतर अस्पतालों में डाक्टरों की कमी के कारण लोगों को सेहत सुविधाओं के लिए प्राइवेट अस्पतालों पर निर्भर होना पड़ रहा है। ग्रामीण इलाके की पीएचसी सेंटरों के हालत बेहद बदतर हैं, जहां डाक्टरों की कमी कारण फार्मासिस्टों पर ही सेहत सुविधाओं की जिम्मेदारी टिकी है। ऐसा ही हाल मूनक के नजदीकी गांव भूटाल कलां की पीएचसी अस्पताल का हैं, जहां डाक्टर की आसामी लंबे समय से खाली पड़ी है। ऐसे में लोगों के लिए यह पीएचसी सेंटर केवल सफेद हाथी ही साबित हो रहा है। डाक्टर के अभाव के कारण मरीजों को यहां पर अपना इलाज फार्मासिस्ट से ही करवाना पड़ता है या लोगों को इलाज के लिए प्राइवेट अस्पतालों में जाना पड़ता है। ऐसे में इलाके के लोगों की सेहत रामभरोसे ही है।
विभाग को जानकारी दी है : गुरपाल
जीओजी गुरपाल सिंह ने कहा कि वह कई बार सरकार के पास पीएचसी भूटाल कलां में डाक्टर की कमी के बारे में लिखकर भेज चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है। पीएचसी में अब केवल एक वार्ड ब्वाय ही तैनात है। 2018 से माहिर डाक्टर के पद खाली हैं। माहिर डाक्टर की कमी के कारण लोग इलाज करवाने के लिए कम ही आते हैं। अगर किसी डाक्टर को यहां पर डेपूटेशन के जरिये तैनात किया जाता है तो वह सप्ताह में इक्का-दुक्का दिन ही आता है व अगले कुछ समय ही डाक्टर द्वारा अपना तबादला करवा लिया जाता है, जिससे स्थिति लगातार बिगड़ रही है।
लोग बोले : इलाज के लिए दूर जाना पड़ता है
इलाका निवासी आशीश कुमार, परमिदर सिंह, कमल सिंह ने कहा कि इस मिनी अस्पताल के साथ लगते गांव ढींडसा, कालबंजारा, भुटाल खुर्द, भुटाल कलां आदि के लोग इलाज के लिए इसी पीएचसी पर निर्भर हैं, लेकिन डाक्टर की कमी कारण यहां से इलाज नहीं मिल पाता। ग्रामीण इलाके के लोगों के लिए मौजूद यह इकलौता सेहत केंद्र भी दयनीय है। सरकार की बेरुखी का शिकार होने के कारण लोग बेहद परेशान हैं। चुनावों के समय में इलाके के नेता बड़े-बड़े दावे करते हैं, लेकिन इलाके को सेहत की मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं। उन्होंने सरकार व सेहत विभाग से मांग की कि पीएचसी सेंटर में डाक्टर व अन्य स्टाफ की पक्की नियुक्ति की जाए, ताकि लोगों को सेहत सुविधाएं मिल सके। कमी के बारे में विभाग को लिखा गया है : डा. राज कुमार
इस बारे में सिविल सर्जन डा. राज कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इलाके में मौजूद डाक्टरों की कमी बाबत सरकार व विभाग को लिखकर भेजा गया है। जल्द ही डाक्टरों की नियुक्ति की जाएगी, ताकि लोगों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।