पेंशनरों ने शहीदों को किया नमन, साइकिल मार्च निकाल
स्टेट सोशल वेलफेयर एसोसिएशन संगरूर द्वारा जिला प्रधान राज कुमार अरोड़ा की अगुआई में जिला पेंशनर भवन तहसील कांप्लेक्स संगरूर में गणतंत्र दिवस मनाया गया।
जागरण संवाददाता, संगरूर : स्टेट सोशल वेलफेयर एसोसिएशन संगरूर द्वारा जिला प्रधान राज कुमार अरोड़ा की अगुआई में जिला पेंशनर भवन तहसील कांप्लेक्स संगरूर में गणतंत्र दिवस मनाया गया। इसकी अध्यक्षता मंडल में चेयरमैन रविदर सिंह गुड्डू, वरिष्ठ उपप्रधान करनैल सिंह, ओपी खिपल, किशोरी लाल, डा. मनमोहन सिंह, महासचिव तिलकराज सतीजा, जनकराज जोशी, बलदेव सिंह, प्रबंधकीय सचिव सुरिदर सिंह सोढी शामिल हुए। एसोसिएशन के महासचिव कंवलजीत सिंह व पवन शर्मा द्वारा किए मंच संचालन दौरान जिला प्रधान राज कुमार अरोड़ा ने कहा कि देश का संविधान बहुत सी कुर्बानियां करने के बाद अस्तित्व में आया है। पहले 1947 में देश आजाद करवाने के लिए लंबा समय संघर्ष चला। फिर सभी धर्मों व जातियों को एक करने के लिए 1950 में संविधान बनाया गया, जिसे संभालने की सख्त जरूरत है।
29 जनवरी को जिला पेंशनर भवन तहसील कांप्लेक्स में एसोसिएशन के पदाधिकारियों व सदस्यों की अहम बैठक होगी, जिसमें सम्मान व सभ्याचारक समागम आयोजित किया जाएगा। इस मौके पर किशोरी लाल, जतिदर कुमार, राज कुमार बांसल, सिदरपाल अष्टा द्वारा देश भक्ति के गीत गायन किए गए। मौके पर हाकम सिंह, ओम प्रकाश, जवाहर लाल शर्मा, अशोक कुमार डल्ला आदि मौजूद थे।
सहारा फाउंडेशन ने गणतंत्र दिवस पर चेयरमैन सरबजीत सिंह रेखी व डा. दिनेश बांसल की अगुआई में शहर के फेरूमान चौक से साइकिल मार्च की शुरुआत की। मार्च में टीम सदस्य वरिदरजीत सिंह बजाज, समिदर सिंह, पूरन चंद शर्मा, रणजीत सिंह, जसप्रीत सिंह, चरनजीत सिंह, महिदर कुमार, गुरतेज कुमार, पंकज बावा, करन शर्मा शामिल हुए। साइकिल मार्च विभिन्न बाजारों से होते हुए रेलवे स्टेशन पर जाकर समाप्त हुआ। रेलवे स्टेशन में स्थापित तिरंगा फहराकर शहीदों को श्रद्धांजली दी। फाउंडेशन कोआर्डिनेटर सुरिदरपाल सिंह सिदकी ने बताया कि मार्च में विशेषकर पंकज गर्ग डायरेक्टर टर्निंग प्वाइंट स्टडी सर्कल की अगुआई में सेंटर के छात्र इशान गर्ग, आशुतोष गर्ग, आरियन सिगला, भुपिदर रंधावा, फतेह संधू, दिशा गर्ग, शुभम गोयल, वैभव सिगला, मानव कौशल, हरसत सचदेवा ने शिरकत की। समूह सदस्यों द्वारा शहीदों को नमन करते हुए देश की सेवा करने का प्रण किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय गीत गाकर तिरंगे को नमन किया।