संगठनों ने घेरा एसडीएम दफ्तर, 50 लाख मुआवजा व पत्नी को नौकरी की मांग
एक सप्ताह से जिदगी व मौत की जंग लड़ रहा गांव चंगालीवाला के अनुसूचित जाति वर्ग से संबंधित जगमेल सिंह की पीजीआइ में शुक्रवार रात्रि मौत हो गई। जगमेल की मौत के बाद विभिन्न संगठनों ने पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने व आरोपितों को कड़ी सजा दिलवाने के लिए एसडीएम दफ्तर लहरागागा के समक्ष धरना लगा रोष जाहिर किया।
अमन सिगला, लहरागागा (संगरूर)
एक सप्ताह से जिदगी व मौत की जंग लड़ रहा गांव चंगालीवाला के अनुसूचित जाति वर्ग से संबंधित जगमेल सिंह की पीजीआइ में शुक्रवार रात्रि मौत हो गई। जगमेल की मौत के बाद विभिन्न संगठनों ने पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने व आरोपितों को कड़ी सजा दिलवाने के लिए एसडीएम दफ्तर लहरागागा के समक्ष धरना लगा रोष जाहिर किया। करीब तीन घंटे के धरने के दौरान विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। संगठनों ने परिवार के लिए 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद, पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की। साथ ही संगठनों ने उक्त मांगें न माने जाने तक मृतक का संस्कार न करने का ऐलान किया।
धरने में जमीन प्राप्ति संघर्ष कमेटी के बिक्कर सिंह हथोआ, पंजाब खेल मजदूर यूनियन के हरभगवान सिंह मूनक, मजदूर मुक्ति मोचर के गोबिद सिंह छाजली, क्रांतिकारी पेंडू मजदूर यूनियन के धर्मपाल सिंह, बहुजन मुक्ति मोर्चा के करनैल सिंह नीलोवाल, पंजाब स्टूडेंटस यूनियन के प्रगट सिंह, नौजवान भारत सभा के अश्वनी घुदा ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि आरोपितों के खिलाफ पहले भी कई आपराधित मामले दर्ज हैं, अगर उस समय पुलिस इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करती तो आज अनुसूचित जाति वर्ग से संबंधित जगमेल सिंह जिदा होता। आरोपितों ने जगमेल सिंह को बहला-फुसलाकर अपने साथ एक मकान में ले गए, जहां उसे न केवल बेहरमी से पीटा गया, बल्कि उस पर अमानवीय अत्याचार किया गया। पीड़ित को न तो अस्पतालों में पर्याप्त इलाज मिला तथा न ही पुलिस ने उसकी कोई फरियाद सुनीं। कई दिन तक जगमेल सिंह का परिवार उसका इलाज करवाने के लिए अस्पतालों में भटकता रहा। पीजीआइ चंडीगढ़ में उसकी दोनों टांगों को काटना पड़ा व उसके कुछ घंटे बाद ही रात को मौत हो गई। मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार व डीएसपी सुनाम राजेश स्नेही ने प्रदर्शनकारियों को भरोसा दिलाया कि जगमेल सिंह की मौत होने के बाद पुलिस ने मामले में धाराओं की वृद्धि कर दी है। साथ ही सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर पुलिस ने रिमांड हासिल किया है। एससीएसटी एक्ट के अधीन आठ लाख 25 हजार का मुआवजा जल्द ही प्रदान किया जाएगा। इस पर प्रदर्शनकारियों ने असंतुष्टि जाहिर करते हुए मृतक के परिवार को 50 लाख मुआबजा व पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की। क्रांतिकारी ग्रामीण मजदूर यूनियन के नेता धर्मपाल सिंह, बहुजन मुक्ति मोर्चा के नेता करनैल सिंह ने ऐलान किया कि उक्त मांगों पूरी होने तक मृतक का संस्कार नहीं किया जाएगा। इस अवसर पर गुरप्रीत सिंह, जसवीर सिंह, करनैल सिंह, सतगुर सिंह, जसविदर सिंह, दर्शन सिंह आदि उपस्थित थे। दोषियों को मिलेगी सख्त से सख्त सजा
पूर्व मुख्यमंत्री व पंजाब योजना बोर्ड की उपचेयरपर्सन बीबी राजिदर कौर भट्ठल ने पीड़ित परिवार से हमदर्दी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि दोषियों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अपना काम कर रही है। दोषी कोई भी हो उसे बख्शेंगे नहीं। बीबी भट्ठल ने कहा कि ऐसे गमगीन मौके पर सभी को शांति बनाए रखनी चाहिए।