मनरेगा फ्रंट पंजाब ने की मजदूरों को सौ दिन रोजगार देने की मांग
दिड़बा (संगरूर) मगनरेगा फ्रंट पंजाब द्वारा गांव खनाल कलां में मगनरेगा मजदूरों की समस्याओं को लेकर रोष।
जेएनएन, दिड़बा (संगरूर) :
मनरेगा फ्रंट पंजाब गांव खनाल कलां में मनरेगा मजदूरों की समस्याओं व मगनरेगा कानून के तहत गांव के विकास कायों के दौरान सौ दिन का रोजगार देने व पांच एकड़ के किसानों को अपने खेत में काम कर रोजगार हासिल करने के अधिकार संबंधी जागरूकता करने के लिए बैठक रखी गई। गांव निवासियों को संबोधित करते हुए आइडीपी के महासचिव त्रिलोचन सिंह सुलरघराट व राष्ट्रीय कमेटी के सदस्य दर्शन सिंह धनेठा ने कहा कि मनरेगा कानून को बने 15 वर्ष हो चुके हैं, लेकिन मनरेगा मजदूरों को कानून के मुताबिक काम नहीं दिया जा रहा है और न ही किए काम के पैसे उनके खातों में डाले गए हैं। इसकी वजह से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पंजाब सरकार विलेज कामन लैंड रेगुलेशन में संशोधन कर पंचायती जमीनें पंजाब लघु उद्योग व निर्यात निगम को देने का फैसला कर चुकी है, जिसका बड़ा असर गरीब वर्ग पर पड़ेगा, क्योंकि गरीब लोग पंचायती जमीन ठेके पर लेकर अपना जीवन निर्वाह करते थे। उन्होंने कहा कि 19 दिसंबर को गांव बचाओ-पंजाब बचाओ द्वारा किसान भवन चंडीगढ़ में पंचायती जमीनें बचाने व मनरेगा के तहत रोजगार हासिल करने संबंधी हो रहे सेमिनार में शामिल होने की अपील की। इस मौके पर चंद सिंह, मेघराज, राज सिंह, मग्घर सिंह आदि उपस्थित थे।