साहित्यकारों ने किया किसाना आंदोलन की हिमायत का एलान
केंद्रीय पंजाबी लेखक सभा सेखों के महासचिव पवन हरचंदपुरी ने बताया कि सभा के प्रधान डा. तेजवंत मान की प्रधानगी में खालसा स्कूल धूरी में की गई कार्यकारी की बैठक में सर्वसम्मति से पंजाब व भारत में चल रहे किसान आंदोलन की हिमायत करने का फैसला किया गया है।
संवाद सूत्र, धूरी (संगरूर) : केंद्रीय पंजाबी लेखक सभा सेखों के महासचिव पवन हरचंदपुरी ने बताया कि सभा के प्रधान डा. तेजवंत मान की प्रधानगी में खालसा स्कूल धूरी में की गई कार्यकारी की बैठक में सर्वसम्मति से पंजाब व भारत में चल रहे किसान आंदोलन की हिमायत करने का फैसला किया गया है। उन्होंने केंद्र सरकार से कृषि सुधार कानून रद करने की मांग की। सभा ने मांग की कि एक नवंबर से पंजाबी सप्ताह मनाया जाए। वहीं जम्मू कश्मीर में पंजाबी भाषा को तुरंत संविधानिक दर्जा देने की मांग करते हुए चंडीगढ़ प्रशासन, हिमाचल प्रदेश, उत्तरांचल व राजस्थान सरकार से पंजाबी भाषा को दूसरी संविधानिक भाषा बनाने की मांग की। इसके अलावा सभा की ओर से नई शिक्षा नीति का विरोध करते हुए हाथरस केस पीड़ितों को तुरंत इंसाफ देने, सभाओं को अपनी गतिविधियों को बनी नई हालातों मुताबिक चालू करने की मांग की।